बिहार: ट्रेन से हो रही शराब तस्करी, ड्राइवर-गार्ड समेत चार गिरफ्तार
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद शराब तस्करी जारी है। तस्करी नये नये तरीके इजाद कर रहे हैं। इस बार पुलिस ने ट्रेन से शराब तस्करी का भंडाफोड़ किया है। आरपीएफ और जीआरपी ने संयुक्त छापेमारी कर शराब तस्करी में जुड़े चार रेलकर्मी को गिरफ्तार किया हैं। इनके पास से 5 बैग में भरे सैकड़ों बोतल अंग्रेजी शराब बरामद किया गया हैं। रेल एसपी अशोक कुमार सिंह की मानें तो बड़े खुलासा की सम्भावना हैं। गिरफ्तार रेल कर्मियों से पूछताछ की जा रही हैं।
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के कारण ,हैसियत रखने वालों में अंग्रेजी शराब की बड़ी डिमांड हैं। उच्च कीमतों पर शराब की अवैध बिक्री की जाती हैं। गलत तरीके से अच्छी कमाई का यह गोरख धंधा में कई माफिया लगे हैं। माफिया , सुलभ और सुरक्षित , शराब की तस्करी के लिए कई तरीके इजाद कर रखें हैं। बिकने वाले के लिए सबकुछ फिक्स कर रखा हैं। नये रेल एसपी अशोक कुमार सिंह को ऐसी जानकारी मिली की इस गोरख धंधा में कई रेलकर्मी भी जुटे हैं।
रेल एसपी ने योजना के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया। मंगलवार को आरपीएफ एवं जीआरपी की संयुक्त टीम ने अजीमाबाद एक्सप्रेस में ड्राइवर के केबीन में छापेमारी कर 5 बैग में भरे सैकड़ों बोतल अंग्रेजी शराब बरामद कर लिया। रेल एसपी ,पटना, अशोक कुमार सिंह के मुताबिक, शराब तस्करी में चार रेल कर्मियों को ट्रेन संख्या 19421 ,अजीमाबाद एक्सप्रेस का ड्राइवर समसुद्दीन,(यूपी ) सहायक ड्राइवर संतोष चौबे (भभूआ) , जबलपुर इलेक्ट्रिक डिवीजन का नौशाद अली(भागलपुर) , एवं बरौदा में गुड्स गार्ड, मंजीत कुमार सिंह (बांका) को गिरफ्तार कर लिया गया है । गिरफ्तारी के बाद रेल कर्मियों से जांच टीम पूछताछ कर रही हैं।
ऐसी सम्भावना हैं की तस्करी में जुड़े बड़े माफिया का नाम सामने आ सकता हैं। इसके बाद अगली कार्रवाई की रणनीति तैयार की जायेगी। जिससे और माफियाओं की गिरफ्तारी की जा सके।
राजेश कुमार के साथ आनंद मोहन की रिपोर्ट ,पटना (बिहार)