बिहार: स्वास्थ्य कर्मियों की शर्मनाक लापरवाही: टीबी पीडि़त युवती के शव को फर्श पर फेंक दिया
भोजपुर :बिहार के आरा के सदर अस्पताल में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है। शनिवार की रात अस्पताल में इलाजरत यक्ष्मा से पीडि़त युवती की मौत के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने उसके शव को बेड से उतारकर फर्श पर फेंक दिया। हालांकि उस समय उसके साथ कोई परिजन मौजूद नहीं था।
उदवंतनगर थाना क्षेत्र के सोनपुरा गांव निवासी विजय कुमार सिंह की पुत्री सीतावंती कुमारी के परिजन जब अस्पताल पहुंचे और शव को बेड से नीचे पड़ा देखा तो हंगामा करने लगे। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक सकते में आ गए। कर्मचारियों ने एक और गलती कर दी कि परिजनों से पूछे बिना ही शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया, जिससे परिजन और आक्रोशित हो गए। अस्पताल प्रबंधन ने किसी तरह सभी को शांत कराया और पोस्टमार्टम कराए बिना शव को परिजनों को सौंप दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी संजीव कुमार ने सिविल सर्जन डा. रास बिहारी को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया। सिविल सर्जन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार स्वास्थ्यकर्मियों जिसमें जीएनएम मनीरा कुमारी, एएनएएम अंजू कुमारी, वार्ड अटेंडेंट मिथिलेश कुमार एवं कृष्ण कुमार हैं, को जांचोपरांत निलंबित कर दिया है। साथ ही ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डा. संजय कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव भी जिलाधिकारी को भेज दिया।
सिविल सर्जन डा. रास बिहारी सिंह ने बताया कि अस्पताल में इलाजरत मरीज के शव को फर्श पर फेंकना अमानवीय कृत्य है। दोषी कर्मचारी एवं चिकित्सक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
उधर परिजनों ने बताया कि जवान बेटी की मौत के बाद बदहवास उसके पिता को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। ऐसे में वे बेटी के शव को अस्पताल में छोड़कर घर वालों को सूचना देने के लिए गांव चले गए थे।