भारत के 2019 के चुनावों पर FB फांउडर मार्क जुकरबर्ग का बड़ा बयान…
भारत में अगले साल होने वाले आम चुनावों को लेकर जहां एक ओर देश की सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियां बना रहीं हैं,तो वहीं सात समंदर पार ब्रिटेन की डेटा फर्म कैंब्रिज एनालिटिका के कथित तौर पर फेसबुक उपयोगकर्त्ताओं की निजी जानकारी चुराने के मामले में अमेरिकी संसद के सामने आज पेश हुए फेसबुक के संस्थापक( फांउडर) मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि उनकी कंपनी भारत सहित विश्वभर में होने वाले चुनावों को गड़बड़ी से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के अभियान से जुड़ी डेटा फर्म कैंब्रिज एनालिटिका को चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में 8.7 करोड़ उपयोगकर्त्ताओं की निजी जानकारी एकत्रित करने से रोकने में नाकाम रहने के बाद अमेरिकी संसद में जुकरबर्ग को अमेरिकी संसद में पेश होने को कहा गया था। इस बड़ी लापरवाही के बाद विश्वभर में नाराज लोगों ने डिलीट फेसबुक नामक एक अभियान भी चलाया।
जुकरबर्ग ने सांसदों के सामने कहा, ‘‘ये कुछ बड़े मसले हैं जिनका सामना कंपनी कर रही है और इसे ठीक करने की जिम्मेदारी हमारी है। यह वर्ष 2018 में मेरी प्राथमिकताओं में से एक है।’’ उन्होंने कहा कि फेसबुक अमेरिका, भारत, ब्राजील और पाकिस्तान जैसे देशों में होने वाले चुनावों की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं। जुकरबर्ग पहले भी उपयोगकर्त्ताओं और जनता से कई बार माफी मांग चुके हैं लेकिन यह उनके करियर में पहली बार है जब वह अमेरिकी संसद के सामने पेश हुए हैं। इसके अलावा मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी संसद में ढेरों सवालों के जवाब दिया. इसी बीच सोशल नेटवर्क के भविष्य के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा- फेसबुक का एक फ्री वर्जन हमेशा मौजूद रहेगा.
दरअसल, जब काफी सांसदों द्वारा मार्क जकरबर्ग से ये पूछा गया कि क्या वे फेसबुक का एक एड-फ्री वर्जन लाने की बारे में सोचते हैं, जो पेड भी हो. तो इस सवाल का जवाब देते हुए जकरबर्ग ने सांसद ऑरिन हैच से कहा कि फेसबुक का एक फ्री वर्जन हमेशा मौजूद रहेगा, जबकि एक पेड वर्जन के बारे में सोचा जा सकता है.
ऑरिन हैच ने जुकरबर्ग से पूछा, ‘आपने कहा फेसबुक हमेशा के लिए मुफ्त रहेगा, क्या यही आपका उद्देश्य है.’ जवाब में फेसबुक सीईओ ने कहा, जी हां. हम हमेशा फेसबुक को मुफ्त रखना चाहते हैं. ये हमारा मिशन है कि हम दुनियाभर के लोगों को आपस में जोड़ सकें, लोगों को एक दूसरे के करीब ला सकें. ऐसे में हमारा भरोसा है कि हमें ऐसी सेवा देने की आवश्यकता है जिसे सभी लोगों तक पहुंचाया जा सके.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे गोपनीय जानकारी नहीं देंगे. जब उनसे पूछा गया, क्या स्पेशल काउंसिल रॉबर्ट मूलर के ऑफिस की ओर से फेसबुक के स्टाफ का कोई इंटरव्यू किया गया है? मार्क जकरबर्ग ने अमेरिकी कांग्रेस में कहा- ‘मुझे लगता है कि ऐसा हुआ होगा. लेकिन मैं यहां सतर्क रहना चाहता हूं. स्पेशल काउंसिल के साथ हमारा काम गोपनीय है. और ये पक्का करना चाहता हूं कि इस खुले सत्र में मैं कोई भी गोपनीय जानकारी नहीं दूंगा.’