बड़ी खबर : कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेस वार्ता की कहा अब गाय भी खुश और किसान भी होगा खुश
बरेली (अशोक गुप्ता )- बरेली के आईवीआरआई में आज कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने अल्पसंख्यकों,किसानों, गायों और आंवला को जिला बनाए जाने को लेकर विस्तृत रूप से वार्ता की।
गौरतलब है कि योगी सरकार में दोबारा से धर्मपाल सिंह को मंत्री का दर्जा दिया गया है और वह कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। आज धर्मपाल सिंह ने बरेली के आईवीआरआई में पत्रकारों से मुखातिब होकर कहा कि उन्हें अल्पसंख्यकों की भी चिंता करना है किसानों की भी चिंता करना है साथ ही गायों को लेकर भी विचार करना है। उन्होंने कहा कि गायों के आवारा घूमने पर किसानों का भरपूर दोष है। किसान दूध देती हुई गाय को दूध निकालने के बाद आवारा छोड़ देते हैं यह किसानों का दोष है। उन्होंने कहा मगर हमें फिर भी किसानों की भी चिंता करना है और गायों को भी संरक्षित करना है। बताया कि वक्फ बोर्ड की ऐसी बहुत सी जमीन पड़ी हुई है जिस पर माफियाओं का कब्जा है। उन जमीनों को मुक्त किया जाएगा और वहां पर गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गाय में पांच द्रव्य पाए जाते हैं, जोकि दूध, दही ,घी, गोबर और मूत्र। उन्होंने कहा कि गोबर में लक्ष्मी का वास होता है और मूत्र में गंगा का । कहा कि अगर घर अपवित्र हो तो गौमूत्र को छिड़का जाता है। कहा कि गोमूत्र से कीटाणु भी नष्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि गौशाला जहां बनाई जाएगी वहां पर कुछ लोग सेवा भाव से काम करेंगे तो कुछ लोगों को काम दिया जाएगा। गाय के इन 5 द्रव से उत्पादन से जो फायदा होगा उसी से गौशाला को आराम से चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गायों को खुला नहीं छोड़ा जाएगा और ऐसी गायों को रखा जाएगा जो बढ़िया नस्ल की हो। साथ ही उन्होंने कहा कि आज के समय में किसान के खेत की मिट्टी उपजाऊ नहीं रह गई है। जब तक खेत में गाय का गोबर नहीं पड़ेगा तब तक वह उपजाऊ नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि किसानों को गाय के गोबर की आवश्यकता पड़ेगी और गोबर को ऑनलाइन बेचा जाएगा। आंवला का जिला बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछली बार भी आंवला को जिला बनाने का प्रस्ताव रखा था मगर इस बार उस पर विचार कर जिला बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंवला का रामनगर महाभारत के समय में राजधानी रहा है। उन्होंने कहा कि दो हिस्सों में इस राजधानी को बांटा गया था जिसमें दक्षिण में हस्तिनापुर तो उत्तर में अहि क्षेत्र रामनगर था। जिले की सीमा पर उन्होंने बात करते हुए कहा कि आंवला जिले की सीमा रामपुर जिले के शाहबाद बरेली के जिले के रामगंगा और बदायूं जिले के दातागंज तक रखी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मदरसों पर भी ध्यान दिया जाएगा केवल उन मदरसों पर ध्यान दिया जाएगा जिसमें राष्ट्रहित की और आज के युग के तकनीक पर शिक्षा दी जाती हो।