भूखे प्यासे रहकर भी हज़रत इमाम हुसैन ने इस्लाम की सलामती के लिये यजीदी फ़ौज से लोहा लिया .
भूखे प्यासे रहकर भी हज़रते इमाम हुसैन ने इस्लाम की सलामती के लिये यजीदी फ़ौज से लोहा लिया !
बरेली में हुसैनी महफ़िल में इमाम हुसैन की नज़र पेश,शहर के फ़ाईक एन्क्लेव कॉलोनी में राबिया जनसेवा सोसायटी ने हुसैनी महफ़िल का आयोजन किया,जिसमें बड़ी तादात में मुस्लिम महिलाओं ने शिरकत की,सोसायटी की अध्यक्ष हज्जन राबिया अख्तर ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हुसैनी महफ़िल इमाम हुसैन की याद में सजाई गई,कर्बला के मैदान पर हक़ की हिफ़ाज़त के लिये 72 शहीदों ने जंग लड़ी और ये वो जंग थी जब ज़लिमो में पानी तक बंद कर दिया था,लेकिन भूखे प्यासे रहकर भी हज़रते इमाम हुसैन ने इस्लाम की सलामती के लिये यजीदी फ़ौज से लोहा लिया और शहीदी का जामा पहनकर इस्लाम ज़िन्दाबाद का नारा बुलन्द किया और सारी दुनिया को बता दिया इस्लाम अमन और हक़ का पैग़ाम देता है ! इसकी के साथ खुसूसी दुआँ हुई ,बीमारियों से निजात,बीमारों को शिफ़ाअत,अमनोअमान,बेरोज़गारों को रोज़गार के साथ साथ तमाम परेशानियों से निजात के लिये दुआँ की गई। इस मौके पर नाज़िया अख़्तर, सनद अंसारी,अनमता,परवेज़ अख़्तर,सिकन्दर,तौफ़ीक़ आदि सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे और लंगर तस्किम किया गया।