बरेली से लखीमपुर खीरी रेल यात्रा शुरू हो
बरेली (अशोक गुप्ता )- जनसेवा टीम ट्रस्ट के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांग करते हुए कहा कि लगभग 7 साल पहले बरेली से रूहेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन के अलावा कई ट्रेन चलती थी,जिससे बरेली और लखीमपुर खीरी सीधा रेल मार्ग से जुड़ा हुआ था,2016 में जब बरेली से लखीमपुर खीरी मार्ग को छोटी लाइन से बदलकर बड़ी लाइन बनाने की योजना बनी तब से लेकर आज तक लखीमपुर खीरी के लिये जाने और आने के लिये ट्रेने बन्द है,
बरेली से पीलीभीत तक ट्रेन शुरू हो चुकी है,और उधर से मैलानी जंक्शन के लिये भी ट्रेन चलने लगी है,लेकिन मैलानी जंक्शन से पीलीभीत रेलवे लाइन को जोड़ा नही गया है,जानकारी के मुताबिक मैलानी से पीलीभीत के बीच चल रहे अमान परिवर्तन में शाहगढ़ से मैलानी तक काम लगभग पूरा हो चुका है। शाहगढ़ से पीलीभीत के बीच निर्माण कार्य धीमा है। इसकी वजह यह है कि शाहगढ़ और माला रेलवे स्टेशन के बीच संडई हाल्ट से माला के बीच टाइगर रिजर्व का जंगल है। वन विभाग ने वन क्षेत्र में पटरी बिछाने के लिए एनओसी 2021 में ही दे दी गई थी फिर भी अभी तक जनता को सेवा नही मिल सकी है
अभी और कितना इन्तेज़ार करना होगा यह भी नही मालूम,जिसके चलते व्यापारी वर्ग के साथ आमजन को असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा है,लोग अपनी रिश्तेदारों में भी कम जा पा रहे हैं, यदि कोई एमरजेंसी पड़ जाये तो सड़क मार्ग से जाना पड़ता है जिसमें ज़्यादा समय के साथ ही रकम भी ज़्यादा खर्च करनी पड़ती है,बरेली से इज्जतनगर,भोजीपुरा,सेथल, पीलीभीत,पूरनपुर,माला,गोला, लखीमपुर,सीतापुर और लखनऊ की यात्रा होती है,यदि मैलानी से पीलीभीत तक की रेलवे लाइन का काम जल्द जोड़ जाएं तक इस मार्ग से सीधे दिल्ली के लिये ट्रेन मिल जाएगी जिससे व्यापारियों अधिक लाभ होगा और जनता को बड़ी सुविधा उपलब्ध होगी,लखनऊ से लखीमपुर होती हुई काठगोदाम के लिये भी रेल सेवा थी वो भी बंद है लोग इस सेवा से काठगोदाम तक चले जाते थे और वहाँ से किसी भी साधन से नैनीताल जाते थे पर पिछले कई सालों से यह रेल सुविधा भी बंद है।
लखीमपुर खीरी के लिये बरेली से रेल सेवा बन्द हुए काफी समय बीत चुका है यदि लखीमपुर खीरी जाने की इच्छा होती भी है तो नही जा पाते हैं ट्रेन से 4 घण्टे का समय लगता था सड़क मार्ग से 6 से 7 घण्टे लग जाते है यदि जाम लग जाये तो कई कई घण्टे परेशान होना पड़ता हैं।
निक्की वर्मा
लखीमपुर में हमारी नन्नीहाल के साथ साथ ससुराल भी है ट्रेन सुविधा न होने से कारण अपनो से मिलनाज़ुलना भी कम हो गया,रेलगाड़ी सेवा जल्द शुरू होना चाहिए।
शोएब खान
हमारी परिवार लखीमपुर में रहता है,मेरी माँ बहन और भाई लखीमपुर में रहते है ट्रेन सेवा न होने की वजह से काफी काफी टाइम बाद मिलना होता है,रेल यात्रा जल्द शुरू हो जाये तक सबसे पहले हम ही ट्रेन से लखीमपुर जाएंगे।
गुलबशा परवीन
लखीमपुर का व्यापारी पहले बरेली से सीधे जुड़ा हुआ था ट्रेनों की सेवा न होने की वजह से वहाँ का व्यापारी बरेली कम आता वो लखनऊ से जुड़ गया है यदि बरेली से सीधे लखीमपुर की ट्रेन चलने लगे तो बरेली का व्यापार भी बढ़ जाएगा।
अजय गाबा-व्यापारी