Bareilly : श्मशान भूमि में अपनों का इंतज़ार कर रही 400 से अधिक मृतकों की अस्थिया अपने गए भूल,
परंपरा के अनुसार मृत्यु के बाद आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति तभी होती है जब परिजन उसकी अस्थियों फूल को गंगा अथवा किसी अन्य पवित्र नदी में प्रवाहित करें कोविड-19 काल में स्थितियां इसके विपरीत हैं माह भर से श्मशान में परिजन अस्थियां लेने ही नहीं आ रहे हैं
कोरोना से मरने वालों की परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र लेने तो आ रहे हैं लेकिन अस्थियां लेने के नाम पर टालमटोल कर रहे हैं लोग यह कहकर पीछा छुड़ा रहे हैं कि अस्थियों को खुद ही गंगा में विसर्जित कर दो तीनों श्मशान में स्थिति यह है कि अब फूलों को रखने के लिए जगह नहीं बची है उनको अब बोरियों में भरा जा रहा है वहीं सामान्य शबो की अत्यस्ति के दूसरे तीसरे दिन ही परिजन फूल ले जा रहे हैं 400 से अधिक आत्माओं को मुक्ति का इंतजार बरेली शहर की तीनों ही शमशान भूमि में करीब 400 से अधिक संक्रमितओ के शबो की अस्थियां अपनों के इंतजार में हैं कि कोई अपना आकर उन्हें मुक्ति दिला दे
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट