Bareilly News : रज़वी परचम से हुआ उर्स ए रज़वी का आगाज़
देर रात तक चला तरही नातिया मुशायरा । दिन में निकला परचमी जुलूस
आज तीन रोज़ा 101 वे उर्स ए रज़वी का आगाज़ उर्सस्थल इसलामिया ग्राउंड में पूरी शान ओ शौकत के साथ शुरू हुआ । रज़वी परचम से होगा । दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) अपने दस्त ए मुबारक (हाथों) से उलेमा व लाखों अकीदतमंदों की मौजूदगी में रज़वी परचम लहराकर उर्स का विधिवत आगाज़ किया । सुबह ठिरिया निजावत खान से अंजुमन इसासुल मुस्लेमीन की जानिब से नुसरत खान, वसीम खान, नदीम खान, इरफान अली, तुफैल खान के नेर्तत्व में दोपहर बाद आज़म नगर अल्लाह बक्श के निवास से परचमी जुलूस सज्जादानाशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की कयादत (नेर्तत्व) में विभिन्न रास्तो से दरगाह पहुँचा । इसके अलावा न्यू कटघर ज़ोहेब रज़ा के बाकरगंज, स्वाले नगर से सबलू रज़ा के नेर्तत्व में भी बड़े चादरों के जुलूस दरगाह पहुँचे । सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां ने रज़वी परचम सौपकर जुलूस रवाना किया । जुलूस का जगह जगह हिन्दू मुस्लिम सभी ने फूलों से जोरदार इस्तक़बाल किया ।। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने जानकारी देते हुए बताया कि बाद नमाज़ ए ईशा (रात 9 बजे) नातिया मुशायरा का आगाज़ दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां की सदारत में हुआ । देश भर से आये मशहूर शोहरा ने तरही मिसरा ” हम मुफ़लिस क्या मोल चुकाए अपना हाथ ही खाली है” पर अपने अपने कलाम पेश किए । मुशायरा देर रात तक जारी था । मुशायरा प्रभारी मौलाना ज़िकरुल्लाह,मुफ़्ती सलीम नूरी, मुफ़्ती आकिल रज़वी, मुफ़्ती अनवर अली कारी अब्दुर्रहमान, मुफ़्ती कफील, मुफ़्ती अफ़रोज़ आलम, मौलाना मोइनुद्दीन की देखरेख में दिलकश कलकत्तवी, सैफ उल्लाह सुल्तानपुरी, रियाज़ गोरखपुरी, हबीब उल्लाह फ़ैज़ी, मौलाना सगीर अख्तर, शमीम फ़ैज़ी झारखंडी, अब्दुल वकील मुबारकी, फैज़ान रज़ा वनारसी, शकील असर नूरानी, महशर बरेलवी, शादाब कानपुरी, तहज़ीब लखनवी, इज़हार शाहजहाँपुरी, ज़ुबैर मुरादाबादी आदि ।
उर्स की सभी तकरीबात दरगाह व इसलामिया ग्राउंड में दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मिया की सदारत में और उर्स प्रभारी सय्यद आसिफ मिया देखरेख में अदा की गई । निज़ामत (संचालन) हसन रज़ा झारखंडी, कारी नाज़िर बहेडवी, व तौसीफ रज़ा ने संयुक्त रूप से की ।
आगाज़ बाद नमाज़ ए फजर रज़ा मस्जिद में कुरान ख्वानी से हुआ । सुबह से ही फ़िज़ा में आला हज़रत के लिखे कलाम गूँजने लगे । दिन में गुलपोशी व फ़ातिहाख्वानी का सिलसिला चलता रहा ।
उर्स की व्यवस्था में हाजी जावेद खान, परवेज़ नूरी, शाहिद नूरी, औरंगज़ेब नूरी, नासिर कुरैशी, ताहिर अल्वी, ताहिर सईद, मौलाना ज़ाहिद रज़ा, मोहसिन हसन खान,मंज़ूर खान, आलेनबी, आसिम नूरी, सय्यद माजिद, शारिक उल्लाह खान, आसिफ रज़ा, हाजी अब्बास नूरी, इशरत नूरी,सय्यद मुदस्सिर, सय्यद फरहत, नावेद रज़ा, शान रज़ा, यामीन रज़ा, काशिफ सुब्हानी, मुनीर शम्शी, ज़ोहेब रज़ा, हाजी शारिक नूरी, फ़ारूक़ खान, सय्यद एजाज़, अश्मीर रज़ा, यूनुस गद्दी, अदनान खान, सैफ खान, अमान खान, कामरान खान, गौहर खान, ज़ीशान क़ुरैशी, फ़ैज़ क़ुरैशी, सबलू रज़ा, सरताज बाबा, नफीस खान, तहसीन रज़ा, मुजाहिद बेग, इरशाद रज़ा, सय्यद जुनैद, सय्यद काशिफ, अफसर बेग, साजिद नूरी, सय्यद सैफी, अब्दुल जब्बाद टिसूआ, रेहान अजहरी आदि लगे रहे ।
24 अक्टूबर कार्यक्रम:- बाद नमाज़ ए फजर कुरानख्वानी होगी । सुबह से उलेमा की तक़रीर होगी । सुबह 9.58 रेहान ए मिल्लत हज़रत मौलाना रेहान रज़ा खान साहब के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी । प्रोग्राम बदस्तूर जारी रहेंगे । बाद नमाज़ ए ईशा मुख्य तक़रीर होगी । रात 1 बजकर 40 मिनट पर मुफ़्ती ए आज़म हिन्द के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी ।