Bareilly News : पकिस्तान के शहर लाहौर से रशीद इबने रशीद नाम की किताब का विरोध
बरेली दारूल उलूम हाजी़ अली मुम्बई के प्रबंधक कारी अबदूर्ररहमान जियायी ने कहा
के शिया वक्फ़ वोर्ड के चैयरमेन वसीम रिजवी हर वो काम कर रहे हैं जिससे मुसलमानों को तकलीफ़ पहुंचे दुनिया भर के मुसलमानों की माँ हज़रत आईशा की तौहीन पर एक फिल्म बनायीं है इस फिल्म से मुसलमान और अमन पसन्द शहरियों को सख्त तकलीफ पहुचीं है इस पर हूकुमत कडा एकशन ले।
तन्ज़ीम उलमा-ए-इस्लाम के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने कहा के पाकिस्तान की हरकतो को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता हैं पकिस्तान के शहर लाहौर से रशीद इबने रशीद नाम की एक किताब छापी गयी है जिसमें हज़रत इमामे हुसैन के कातिल यजि़द की खूब प्रशंसा की गयी है किताब में यजि़द के लिए “अमिरूल मोमनीन” और “रदीअल्लाहूताला अन्हू” जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है ये शब्द अच्छे, नेक, मुत्ताकी, परेजगार लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है न की यजि़द जैसे नवासे रसूल का दूश्मन और एहले बैत के कातिल के लिए इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तान हूकुमत मज़हबी लिट्रेचर के रास्ते से मुसलमानों के दरमियाँन इन्तिशार व एकतिलाफ़ फैला रहा है। हमारी केन्द्र सरकार से मांग है के इस तरह की किताबों पर हिन्दुस्तान में प्रतिबंध लगाया जाये अन्यथा पाकिस्तानी दुतावास नई दिल्ली पर इमाम हुसैन के चाहने और मानने वाले हज़रो की तादाद में धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होगे।
बैठक में मुख्य रूप से हाज़ी इकरार नूरी, मौलाना जुबैर अहमद, सूफी अब्दुस समद, हाज़ी रफिक अहदम, हाफिज़ मुज़ाहिद हुसैन, मौलाना ताहिर फरीदी, मुफ्ती़ हाशिद रज़ा, ज़ाहिद अली, गौहर मियाँ नूरी अनवर रज़ा कादरी आदि लोग उपस्थित थे।