Bareilly News : उर्से गौसे आज़म में बच्चियों की हिफाज़त के लिये दुआ।

उर्से गौसे आज़म में बच्चियों की हिफाज़त के लिये दुआ। हज़रते गौसे आज़म के कुल शरीफ़ में अक़ीदतमन्दो की बड़ी तादात में हाज़री ग़ौसे आज़म ने सच्चाई की राह पर चलकर इंसानियत और भलाई का पैग़ाम दिया।

किला फुटादरवाज़ा स्थित गौस पाक के झण्डे पर उर्स की तक़रीबात बाद नमाज़े फजर क़ुरआने पाक की आयतों से हुई,अक़ीदतमंदो ने मन्नतों मुरादों की चादरपोशी गुलपोशी की, तक़रीरि महफ़िल में उलेमा ने कहा कि पीराने पीर दस्तगीर ग़ौसे आज़म ने डाकुओं के सामने भी सच बोलना पसन्द किया,सच्चाई की वजह से ही डाकू ईमान लाये,दीन दुखियों की मदद की,खेल खेल में मुर्दो को ज़िंदा कर दिया,मुसलमानो को तालीम और हक़ के रास्ते पर चलने का पैग़ाम दिया,हज़रते गौसे ने सारी दुनिया को अमन और मदद का पैगाम दिया हैं।उलेमा में शहर इमाम मुफ़्ती खुर्शीद आलम,कारी ऐजाज़ हुसैन नूरी,इमाम नवाजिश,मोहसिन रज़ा नातख्वाह ने नातोमनकबत का नज़राना पेश किया,देररात तक महफ़िल सजी रही। इसी कड़ी में पूर्वमंत्री हाजी अताउर्रहमान ने बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी वारसी के साथ झण्डे शरीफ़ पर हाज़री देकर गुलपोशी व चादरपोशी कर बच्चियों के लिये बुरी नज़रों से हिफाज़त और दरिंदो के खत्मे को ख़ुसूसी दुआ माँगी। सरपरस्त एम हसीन हाशमी ने हज़रते गौस पाक के झण्डे पर तारीखी रोशनी डालते हुए कहा कि हज़रत सय्यद मीर वतन रहमतुल्लाह अलेह के खानदानी बुजुर्ग आज से 301 साल पहले बग़दाद शरीफ़ से वलियों के सरदार ग़ौसे आज़म के रोज़ाए मुबारक़ से झण्डा शरीफ़ बरेली लेकर आये,ये ग़ौस पाक का झण्डा हमेशा बरेली व लोगों की हिफाज़त करेगा और अमन का पैग़ाम देगा,इसी अक़ीदत के साथ कई वर्षो से यहाँ फरियादी आता हैं और फ़ैज़याब होते हैं। बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खाँ वारसी ने अपनी अक़ीदत का इज़हार करते हुऐ कहा कि दिल की आंखों से ईकाम लेता हूँ, ऊनके दामन को थाम लेता हूँ, दूर होती हैं गर्दिशे मेरी,गौस का जब भी नाम लेता हूँ।। तकरीरी महफ़िल के बाद देररात 2 बजकर 38 मिनट पर हज़रते अल सैय्यदना मोहियुद्दीन अबू मुहम्मद शेख अब्दुल कादिर जीलानी अल हसन वल हुसैन गौसे आज़म के कुल शरीफ की रस्म अदायगी के बाद मुल्क़ व आवाम की खुशहाली और तरक़्क़ी भाईचारे,बीमारों की शिफ़ाअत के लिये ख़ुसूसी दुआएँ की गई सलातो सलाम का नज़राना पेश किया गया।हज़रिने महफ़िल को लंगर तबर्रुक बाटा गया। कुल शरीफ के मौके पर हाजी नौशाद अली ख़ाँ, अक्लीम बेग अंजुम,फ़राज़ मियां,अहमद खान टीटू,सलीम बेग,हाजी शावेज़ हाशमी,मुज़म्म

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