Bareilly News:बरेली में मुंशी प्रेमचंद फिर से जीवित हो गए हैं
बरेली में मुंशी प्रेमचंद फिर से जीवित हो गए हैं संजय कम्युनिटी हॉल उनका घर बनारस का लमही हो गया है
संजय कम्युनिटी हॉल में काम कर रहे हर कलाकारों में मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित हर किरदार मानो फिर से जीवित हो रहे हो। यहां आने वाले लोग अपने आसपास मुंशी प्रेमचंद को ही महसूस कर रहे हैं।
मुंशी प्रेमचंद स्मृति नाट्य समारोह के तत्वाधान में बुधवार शाम कलाकारों की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुई। मुंशी प्रेमचंद की बहुचर्चित लॉटरी पर आधारित नाटक का नाट्य रूपांतरण निर्देशक बृजेश तिवारी की देखरेख में उनकी सदस्यों की टीम के द्वारा किया गया।
नाटक के माध्यम से लोगों को मुंशी प्रेमचंद्र की ख्याति प्राप्त कहानी लॉटरी द्धारा दी गयी शिक्षा के बारे में नाटक के जरिए ज्ञानवर्धन जानकारियां दी गई। लॉटरी नाटक का रंगारंग आयोजन अमन गुप्ता,मोहसिन ख़ान,रईस ख़ान,पंकज कुमार मौर्य,लव तोमर,माधुरी कश्यप, शुभा भट्ट भसीन, दानिश ख़ान,अरविन्द कुमार पाल, शोभित, हिमांशु,राहुल,विजय,कीर्ति,आदि कलाकारों के द्वारा किया गया।सह संयोजक सम्युन ख़ान सभी कलाकारों की मेहनत की सराहना करी।
लॉटरी नाटक के जरिए यह बताने की कोशिश करी गई है।कि जल्द से जल्द मालदार हो जाने की हवस किसे नहीं होती जी हाँ हवस इसलिए क्योंकि जल्दी से जल्दी धन कमाने का लालच सही और ग़लत का फ़र्क मिटा देता है,
ऐसा ही हुआ मुंशीप्रेमचंद्र के सर्बश्रेष्ठ कहानियों में से एक कहानी लॉटरी में, नाटक लॉटरी विक्रम, उसके परिवार पिता जी बड़े ठाकुर ,चाचा छोटे ठाकुर ,माँ बहन ,भाई और उसके परम मित्र रोहित के इर्द गिर्द घूमता है,
कैसे धन के लालच में आपसी रिश्तों में मन मुटाव हो जाता है और कैसे एक सुखद परिवार में अशान्ति फ़ैल जाती है सब एक दूसरे के दुश्मन हो जाते हैं। धन के लालच में सभी वो हो जाते है जो वो कभी नही थे,जैसे नास्तिक आस्तिक हो जाते है , पढ़े लिखे नौजवान तांत्रिको के चक्कर मे पड़ जाते है , कुल मिलाकर प्रेमचंद जी कहानी के माध्यम से यही बताना चाहते है कि जल्दी से ज्यादा से ज्यादा धन कमाने का लालच आंखों पे पर्दा डाल देता है जैसा कि नाटक के पात्रों के आंखों पर भी पड़ गया है । बाकी नाटक को देख के जानिए की लॉटरी किसकी और कैसे निकलने वाली है
संयोजक कुलभूषण शर्मा बताते हैं कि बरेली के संजय कम्युनिटी हॉल में लगातार हो रहे मुंशी प्रेमचंद के नाटकों की वजह से युवा वर्ग भी अब मुंशी प्रेमचंद के बारे में जान रहा है लोगों को कलाकारों द्वारा हो रहे नाटक इतने अच्छे लग रहे हैं जिसके कारण लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है यहां हो रहे नाटकों की खास बात यहां लगी पुस्तक प्रदर्शनी है जिसमें प्रेमचंद से संबंधित सभी उपन्यास और कहानियां लोगों के लिए उपलब्ध है इस प्रदर्शनी में हर वर्ग के लोग आकर प्रेमचंद की कालजयी कृतियों को देखकर आश्चर्यचकित हैं कि प्रेमचन्द की रचनाओं की श्रृंखला कितनी बड़ी है
इस मौके पर डीएम बरेली वीरेंद्र सिंह उनकी पत्नी नीता सिंह,एडीएम ई आर.एस दिर्वेदी, सीओ कुलदीप कुमार, रिद्धिमा शर्मा वरिष्ठ रंगमंच कर्मी जेसी पालीवाल, दानिश जमाल, मोहित सिंह, दिनेश्वर दयाल सक्सेना , रंजीत शर्मा आदि लोगो की भागीदारी रही। मीडीया प्रभारी गौरव वर्मा ने बताया कि ये समारोह नौ अगस्त तक चलेगा कल दिल लगी का मंचन होगा I