Bareilly News : मां मुझे माफ कर देना……कहकर खा लिया जहर
– कपड़ा व्यापारी पर कई महीनों का वेतन न देने का आरोप
– सुसाइड नोट में लिखा मेरी मौत का कारण मेरा मालिक है
– गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती है युवक
बरेली। कैंट स्थित कपड़ा मालिक ने कई महीनों का वेतन नहीं दिया तो बिथरी निवासी युवक ने जहर खा कर आत्म हत्या करने की कोशिश की। उसे बेहद गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसमें लिखा है मालिक ने कई महीनों का वेतन नहीं दिया जिस कारण वह आत्महत्या कर रहा है। मरीज की हालत जानने दो थानों की पुलिस पहुंची। बेटे की हालत देख उसकी मां को गहरा सदमा लगा है। महिला की स्थिति मानसिक रूप से कमजोर हो गई है। वह बेटे की सलामती के लिए हर पल दुआ कर रही है। युवक के घरवाले शुक्रवार सुबह एसएसपी कार्यालय पहुंचे, यहां उन्होंने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के उमरिया निवासी इसलामुद्दीन (22) कैंट स्थित नकटिया ख्वाजे इलाके में कपड़ा व्यापारी अलसम अंसारी उर्फ बबूल के गोदाम पर काम करता था। बीते गुरूवार रात आठ बजे वह कई महीनों का वेतन मांगने गया था, आरोप है कि उसके मालिक ने बंधक बना लिया और जमकर मारपीट की। धमकाया की तू यही काम कर बिना पैसे के। इसके बाद युवक खाली हाथ घर लौटा। उसने सुसाइड नोट लिखकर जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ती देख उसी मां शमीम और भाई निजामुद्दीन ने 100 फुटा रोड स्थित उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां चेकअप करने के बाद डाक्टर ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताई। जानकारी होते ही पुलिस अस्पताल पहुंच गई। परिजन बेटे को भर्ती कराकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे। यहां निजामुद्दीन ने बताया कि उसका भाई पिछले दस साल से कपड़ा गोदाम में काम कर रहा है। पहले वह दिल्ली में था। मामा की हालत खराब होते देख वह घर आ गया और गोदाम पर काम करने लगा। उसका मालिक पिछले कई महीनों से उसे प्रताड़ित कर रहा था। समय पूरा होने के बाद भी उससे कई घंटे काम कराया जाता। समय पर वेतन नहीं दिया जाता। वेतन देने के समय कई बहाने बताकर रूपये काट लेता। बीते गुरूवार की रात वह घर में बताकर गया था कि उसे वेतन मिल रहा है, वह बहुत खुश था। लेकिन घर आया तो उसका चेहरा उदास था। उससे बातचीत करने का प्रयास किया गया लेकिन वह अपने कमरे में चला गया। किसी से बात नहीं की। जहर खाने की बात पता चलते ही उसकी मां शमीम बेहोश हो गई। वह बेटे की सलामती के लिए भगवान का नाम बार बार लेने लगी। परिजनों ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
मै पूरे होश में ये चिट्ठी लिख रहा हूं मेरा नाम इस्लामुद्दीन है। मेरी उम्र 23 साल है। मेरे मामु आरिफ ने मुझे पढ़ाया लिखाया। जब उनकी तबीयत खराब हुई तो मै दिल्ली में था। मै घर वापस आ गया। दस महीने पहले असलम अंसारी उर्फ बबलू ने अपने यहा काम पर लगा लिया। मै साड़ी और लहंगा का आर्डर लेने लगा। बीती 20 तारीख को पैसे देने को कहा था लेकिन नहीं दिए। तीन काॅल की लेकिन फोन नहीं उठा। बीते गुरूवार की शाम वह पहुंच गया। तेज आवाज में पैसे मांगे तो बंधक बनाकर मारपीट की। मालिक ने कहा कि तेरे तीन टुकड़े करके फेंक दूंगा किसी को पता नहीं चलेगा। मेरे मौत की वजह अलसम अंसारी उर्फ बबूल है। मेरे मरने के बाद फैसला मत करना। मेरें शरीर का पोस्टमार्टम नहीं होना चाहिए।