मनकबती मुशायरा हज़रत इमाम हुसैन ( अ0स0 ) की शान में फैज़ान- ए-नियाज़िया वेलफेयर ने कराया
बरेली फैज़ान – ए – नियाज़िया वेलफेयर सोसायटी की जानिब से हर साल की तरह इस साल एक अज़ीम शान मनकबती मुशायरा हज़रत इमाम हुसैन ( अ0स0 ) की शान में आयोजित किया गया जिसका आगाज़ बाद नमाज़े इशा तिलावते कलामे इलाही से किया गया । फिर नाते पाक का नज़राना दुरूद शरीफ की बुलन्द सदाओं के साथ पेश किया गया , उसके बाद सोसायटी के बानी व सरपरस्त डॉ० हाजी कमाल मियां नियाज़ी ने लोगों को खिताब करते हुए बताया कि इमाम हुसैन की मुहब्बत ईमान है । इमाम हुसैन ( अ0स0 ) ज़िक्र रसूल अल्लाह का ज़िक्र है और उनका ज़िक्र अल्लाह का ज़िक्र है । क्योंकि हदीस शरीफ है कि हुसैन की मोहब्बत मेरी मोहब्बत है और हुसैन का बुग्ज़ मेरा बुग्ज़ है । इसलिए हमें ज्यादा से ज़्यादा तकरीर , तहरीर और मुशायरे के जरिए इमाम हुसैन ( अ0स0 ) की शहादत व तालिमात को आवाम तक पहुंचाया जा सके । इमाम हुसैन ( अ0स0 ) ने तमाम आलमे इन्सानियत को बचाने के लिए अपनी और अपने खानदान व अपने जांनिसारों की तीन दिन की भूखे और प्यासे रहकर शहादत पेश की और लोगों को कयामत तक के लिए पैगाम दे दिया कि ज़ालिम , जाबिर और दहशतगर्द के आगे कभी अपना सर नहीं झुकाना चाहिए , क्योंकि हमेशा सच्चाई और हक पर रहने वालों की जीत होती है ।