Bareilly news : IVRI-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर में आज 10th दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया
बरेली 23 अगस्त। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर में आज दश्म दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान द्वारा कुल 942 उपाधियाँ एवं 78 पुरस्कार (349 उपाधियाँ एवं 47 पुरस्कार उपस्थिति में तथा 581अनुपस्थिति में) मुख्य अतिथि श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार; श्री कैलाश चैधरी, केन्द्रीय राज्य मंत्री कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार; श्री संतोष कुमार गंगवार, लोकसभा सांसद, बरेली; भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप-महानिदेशक (पशु विज्ञान) डा. भूपेन्द्र नाथ त्रिपाठी, तथा संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त की गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किये गये। संस्थान द्वारा विकसित 03 प्रौद्योगिकियों का विमोचन भी इस दीक्षांत समारोह मेें किया गया। इसके अतिरिक्त डा. महेन्द्र पाल यादव, पूर्व निदेशक आईवीआरआई एवं पूर्व कुलपति सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ, डा. कमल मल्ल बुजरबरूआ, पूर्व महानिदेशक (पशु विज्ञान), नई दिल्ली एवं पूर्व कुलपति आसाम कृषि विश्वविद्यालय गुवाहाटी तथा डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, कुलपति, उत्तर प्रदेश पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा को आईवीआरआई सम विश्वविद्यालय की विज्ञान-वारिधि (मानद्) उपाधि से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपने मुख्य अतिथि भाषण में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मेधावी छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने दीक्षांत समारोह में उपाधियां प्राप्त करने वालों को बधाई देते हुए कहा कि युवाओं के विकास में शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, श्रेष्ठ विद्या प्राप्त करके विद्यार्थियों को गौरव का अनुभव होता है। श्री तोमर ने प्रकृति व पशुओं का रिश्ता अटूट बताते हुए कहा कि मनुष्यों के साथ-साथ पशुधन-पक्षियों की देखभाल व उनके स्वास्थ्य की चिंता करना भी हमारा कर्त्तव्य है। पशुओं का अपार महत्व है, इसलिए पशुओं को हम पशुधन कहकर ही संबोधित करते हैं। भारत में कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन व पक्षीधन की संख्या 851.18 मिलियन है, लगभग इतनी ही हमारी जनसंख्या भी है। देश की पशुधन संपदा न केवल संख्यात्मक अपितु आनुवंशिक विविधता की दृष्टि से भी काफी समृद्ध है।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र की पूर्णता पशुपालन, मधुमक्खीपालन, मत्स्यपालन सहित अन्य सम्बद्ध क्षेत्रों के साथ ही होती है। कृषि के साथ-साथ देश की ग्रोथ के लिए पशुपालन सहित सम्बद्ध क्षेत्रों में जिम्मेदारी से काम करना होता है। पशुओं की नस्ल सुधरें, वे निरोगी रहें, यह आज समय की मांग है। दुधारू पशुओं में रोग होने पर लोग भी प्रभावित होते हैं। पशुपालन क्षेत्र के महत्व के मद्देनजर ही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत पशुपालन अवसंरचना कोष के रूप में 15 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का प्रावधान किया है। श्री तोमर ने बताया कि पशुओं को लम्पी स्किन रोग से बचाव हेतु हाल ही में स्वदेशी वैक्सीन (लम्पी- प्रो वैक-इंडध् स्नउचप-च्तवटंबप्दक) लांच की गई है।
विशिष्ट अतिथि एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री, किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार श्री कैलाश चैधरी ने अपने सम्बोधन में सभी छात्र-छात्राओं को अपने शिक्षण एवं शोध कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने तथा उपाधियाँ, पदक व पुरस्कार अर्जित करने के लिए हार्दिक बधाई दी उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में भारतीय पशुधन क्षेत्र, कृषि के सबसे तेजी से बढ़ते उप-क्षेत्रों के रूप में उभरा है। केंद्र और राज्य की सरकारों ने पशुधन क्षेत्र की नीतियों और कार्यक्रमों को फिर से आकार देने, विकास के अधिक समावेशी रूप को बढ़ावा देने और पशुधन क्षेत्र के विकास की गति को बढ़ाने एवं इसकी पूर्ण क्षमता का उपयोग करने की दृढ़ इच्छा दिखाई है। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत खुरपका-मुंहपका, बुसेलोसिस, शूकर ज्वर, और बकरी महामारी रोगों के टीकों की गुणवत्ता परीक्षण में भी यह संस्थान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत छात्र जो इस क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं वह कृषि परिवार से जुड़े़ हैं। वैज्ञानिकों का आव्हान करते हुए उन्होंने कहा कि पशुओं की अन्य बीमारियों पर भी उन्मूलन करें। हम भारत के पशुधन क्षेत्र को शीर्ष स्थान पर ले जाने और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के किसानों की आय को दोगुना करने के सपने को पूरा करने के लिए कृत संकल्प हैं।
बरेली जनपद के लोकसभा सांसद श्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि पूरे विश्व में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान की शोध एवं नैदानिक के क्षेत्रों में विशेष पहचान है। उन्होेंने कृषि विकास के माध्यम से ग्रामीण लोगों की समस्याओं के समाधान के बिना आर्थिक सुधारों के बारे में सोचना मुश्किल है। कृषि एवं पशुपालन सीधे तौर पर हमारी ग्रामीण आबादी की जीवन शैली को प्रभावित करता है। देश में आज फसल उत्पादन में पशुधन, कुक्कुट व मत्स्य पालन को समाहित करते हुए कृषि उत्पादन, खाद्य संरक्षण, प्रसंस्करण व वितरण प्रणालियों के विकास एवं प्रसार की आवश्यकता है।
संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री एवं राज्य मंत्री तथा उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए बताया किवर्तमान दीक्षान्त समारोह मंे संस्थान द्वारा कुल 942 उपाधियाँ एवं 78 पुरस्कार (349 उपाधियाँ एवं 48 पुरस्कार उपस्थिति में तथा 581अनुपस्थिति में) छात्रोें को प्रदान किये गये। इसके अतिरिक्त आॅनलाइन ‘वेट क्लीनिक’ डॉ रूपसी तिवारी, डॉ अनुज चैहान, डॉ उज्जवल डे, डॉ बृजेश कुमार, सुश्री सुबिशा सी इसके अतिरिक्त भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के डॉ राजेंद्र प्रसाद,डॉ सुदीप मारवाह, श्री संजीव कुमार, श्री समीर श्रीवास्तव, श्री केशव कांत; आई.बी.आर. वैक्सीन (डा. प्रवीण कुमार गुप्ता, डा. सचिन एस. पवार, डा. मोहिनी सैनी, डा. विकास आर. प्रूस्टी एवं डा. बी.पी. मिश्रा) तथा जे.ई. वैक्सीन (डा. बीना, डा. वी. ममता पाठक, डा. तरणी दास, डा. के.के. रजक, डा. जेड. बी. दुबल, डा. आर.के. सिंह तथा डा. जी. साईकुमार) द्वारा विकसित 03 प्रौद्योगिकियों का विमोचन भी किया गया।
डा. दत्त ने कहा कि किसानों की आमदनी को दोगुना करने हेतु माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2019 राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरूआत की, जिसके अन्तर्गत 2025 तक पशुओं में खुरपका मुंहपका तथा ब्रूसेलोसिस रोग का नियंत्रण और 2030 में खुरपका मुंहपका रोग का उन्मूलन तथा पीपीआर एवं सूकर रोगों को नियंत्रण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस कार्यक्रम के अन्र्तगत भारत सरकार द्वारा इस संस्थान को टीको के विकास एवं इनकी गुणवत्ता परीक्षण का एक महत्वपूर्ण कार्य सौंपा है।
संस्थान द्वारा विकसित बकरी चेचक, पीपीआर एवं सूकर ज्वर वैक्सीन के निरन्तर उपयोग से देश को 8500 करोड़ रूपये की वार्षिक बचत हो रही है। गतवर्ष संस्थान ने 7 प्रोद्योगिकियों को जारी किया जिसमें लम्पी स्किन रोग एवं डक फ्लेग का टीका मुख्य है।साथ ही संस्थान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को चरणबद्ध एवं समयबद्ध तरीके से लागू करने हेतु प्रतिबद्ध है।
दीक्षांत समारोह में बरेली जनपद के विधायकगण, महापौर बरेली, अघ्यक्ष जिला पंचायत बरेली, श्रीमती रश्मि पटेल जी, आईवीआरआई के प्रबन्धन मण्डल एवं शैक्षणिक परिषद के सदस्यगण, क्यूआरटी एवं आरएसी के सदस्य, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, संस्थान के पूर्व निदेशकगण, पशु विज्ञान संस्थानों के निदेशकगण, संस्थान के सभी संयुक्त निदेशक, संकाय सदस्य, सेवानिवृत्त वैज्ञानिक, छात्र एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
पीएच.डी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. स्वाति सचान गोल्ड पशुचिकित्सा प्रतिरक्षा विज्ञान
2017-18 डा. विनीथा एस गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2018-19 डा. सबीता बिशेन गोल्ड पशुचिकित्सा पारजैविकी विज्ञान
2019-20 डा. धरनेशा एन.के. गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2021-21 डा. एन. बाबू प्रसथ गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
पीएच.डी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. पंकज ढाका सिल्वर पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2017-18 डॉ. नितेश सिंह खरायत सिल्वर पशुचिकित्सा मादा रोग एवं प्रसूति विज्ञान
2018-19 डा. मुदासिर अहमद शाह सिल्वर पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
2019-20 डॉ स्टेफनी संजीवनी प्रधान सिल्वर पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2021-21 डॉ. सुहाश के सिल्वर पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
पीएच.डी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. संगीता पी ब्रान्ज पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
2017-18 डॉ. अनीसा वी ए ब्रान्ज पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
2018-19 डा. जय प्रकाश यादव ब्रान्ज पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2019-20 डॉ चेरिल डिम्फना मिरांडा ब्रान्ज पशुधन उत्पादन एवं प्रबन्धन
2021-21 डा. कलईसेलवन ई ब्रान्ज पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
एमवीएससी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डॉ सुहास के.एस गोल्ड पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
2017-18 डॉ सोनाली मिश्रा गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2018-19 डॉ सुष्मिता ए.पी. गोल्ड जैवसांख्यिकी
2019-20 डॉ. विनीता गोल्ड पशुचिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान
2021-21 डॉ साक्षी वैष्णव गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
एमवीएससी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डॉ मोनिका सिल्वर पशुचिकित्सा औषधि
2017-18 डॉ सुप्रिया छोटारे सिल्वर पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2018-19 डॉ साई कुमार बी ए ए सिल्वर पशुचिकित्सा शरीर क्रिया विज्ञान
2019-20 डॉ सरवनन के.ए. सिल्वर पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2021-21 डॉ वंदना सिल्वर पशुचिकित्सा औषधि
एमवीएससी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डाॅ शेख फिरदौस अहमद ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2017-18 डॉ स्नेहस्मिता पांडा ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2018-19 डॉ हंसमीत कौर ब्रान्ज पशुचिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान
2019-20 डाॅ प्लबिता गोस्वामी ब्रान्ज पशुचिकित्सा औषधि
2021-21 डॉ दिव्या राजावत ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
बीवीएससी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक
2019-20 डा. साहिल गोल्ड
2020-21 डॉ छेरिंग दीकिट गोल्ड
बीवीएससी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र छात्र का नाम पदक
डा. आनन्द कुमार यादव सिल्वर
डॉ आशुतोष सचान सिल्वर
बीवीएससी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र वर्ष छात्र का नाम पदक
2019-20 डा.पारूल सिंह ब्रान्ज
2020-21 डॉ दीप्ती सिन्हा ब्रान्ज
डॉ सी एम सिंह पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम विभाग
2013 डॉ सुमित्रा टी जी पशुचिकित्सा जीवाणु विज्ञान
2014 डॉ हिमानी धान्जे पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2015 डॉ गोकुल दास पी.पी पशुचिकित्सा मादा रोग एवं प्रसूति विज्ञान
2016 डॉ सोनालिका महाजन पशुचिकित्सा विषाणु विज्ञान
2017 डॉ शफिया इम्तियाज रफीकी पशुचिकित्सा पारजैविकी विज्ञान
2018 डॉ जेस वर्गीस पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2019 डॉ अजित वाई पशुचिकित्सा औषधि
2020 डॉ धरनेशा एन के पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
डॉ डी आर उप्पल पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ प्रसन्ना वधाना ए
2017-18 डॉ निहार नलिनी मोहंती
2018-19 डॉ विशाल चंदर
2020-21 डॉ मैगेश्वरी आर
डॉ एस के तलपात्रा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ अंजू काला
2017-18 डॉ टोनी जोस
2018-19 डॉ. अश्विन के
2019-20 डॉ. मनोभवन एम
2020-21 डॉ. धर्मेश तिवारी
डॉ एस. एस प्रभु पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ ओम प्रकाश
2017-18 डॉ अथे राजेंद्र प्रसाद
2018-19 डॉ नीरसा गोवर्धन सागर
2019-20 डॉ शालू कुमारी पाठक
2020-21 डॉ आकांशा सिंह
डॉ भगवत पण्डा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ. अनिल कुमार गिरि
2017-18 डॉ वैभव भगवान अवछत
2018-19 डॉ. ओम प्रकाश दीनानी
2019-20 डॉ गीता
2020-21 डॉ. बेउलाह पियरलिन वी
डॉ ऊषा रानी मेहरा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ ललित कुमार मौर्य
2017-18 डॉ वेंकटेश्वरन के
2018-19 डॉ. वी मनोजकुमार
2019-20 डॉ आदर्श विजय
2020-21 डॉ सुभाष वी
डॉ जी बुचैया पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ रंजीता एच.बी.
2017-18 डॉ मानस रंजन प्रहराज
2018-19 डॉ शांतनु कोडपे
2019-20 डॉ उजमा जबीन
2020-21 डॉ गुंटुरु नरसिम्हा तनुज
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार . पीएचडी वर्ष छात्रा का नाम. 2021 डॉ प्रत्यक्षा पांडा
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार. M.V.Sc वर्ष छात्रा का नाम. 2021 डा. अमिथा बानु एस
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार BVSc & AH.वर्ष छात्रा का नाम. 2021 डा. काजल भारद्वाज
उत्कृष्ट महिला वैज्ञानिक पुरस्कार. 2021 डा. रूपसी तिवारी, प्रधान वैज्ञानिक. डा. सोहिनी डे, प्रधान वैज्ञानिक
पीएच.डी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. स्वाति सचान गोल्ड पशुचिकित्सा प्रतिरक्षा विज्ञान
2017-18 डा. विनीथा एस गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2018-19 डा. सबीता बिशेन गोल्ड पशुचिकित्सा पारजैविकी विज्ञान
2019-20 डा. धरनेशा एन.के. गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2021-21 डा. एन. बाबू प्रसथ गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
पीएच.डी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. पंकज ढाका सिल्वर पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2017-18 डॉ. नितेश सिंह खरायत सिल्वर पशुचिकित्सा मादा रोग एवं प्रसूति विज्ञान
2018-19 डा. मुदासिर अहमद शाह सिल्वर पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
2019-20 डॉ स्टेफनी संजीवनी प्रधान सिल्वर पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2021-21 डॉ. सुहाश के सिल्वर पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
पीएच.डी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डा. संगीता पी ब्रान्ज पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
2017-18 डॉ. अनीसा वी ए ब्रान्ज पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
2018-19 डा. जय प्रकाश यादव ब्रान्ज पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2019-20 डॉ चेरिल डिम्फना मिरांडा ब्रान्ज पशुधन उत्पादन एवं प्रबन्धन
2021-21 डा. कलईसेलवन ई ब्रान्ज पशुचिकित्सा शल्यचिकित्सा एवं विकिरण विज्ञान
एमवीएससी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डॉ सुहास के.एस गोल्ड पशुचिकित्सा भैषज्य विज्ञान
2017-18 डॉ सोनाली मिश्रा गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
2018-19 डॉ सुष्मिता ए.पी. गोल्ड जैवसांख्यिकी
2019-20 डॉ. विनीता गोल्ड पशुचिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान
2021-21 डॉ साक्षी वैष्णव गोल्ड पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
एमवीएससी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डॉ मोनिका सिल्वर पशुचिकित्सा औषधि
2017-18 डॉ सुप्रिया छोटारे सिल्वर पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2018-19 डॉ साई कुमार बी ए ए सिल्वर पशुचिकित्सा शरीर क्रिया विज्ञान
2019-20 डॉ सरवनन के.ए. सिल्वर पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2021-21 डॉ वंदना सिल्वर पशुचिकित्सा औषधि
एमवीएससी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक विभाग
2016-17 डॉ शेख फिरदौस अहमद ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2017-18 डॉ स्नेहस्मिता पांडा ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
2018-19 डॉ हंसमीत कौर ब्रान्ज पशुचिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान
2019-20 डॉ प्लबिता गोस्वामी ब्रान्ज पशुचिकित्सा औषधि
2021-21 डॉ दिव्या राजावत ब्रान्ज पशु अनुवांशिकी एवं प्रजनन
बीवीएससी की उपाधि गोल्ड मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक
2019-20 डा. साहिल गोल्ड
2020-21 डॉ छेरिंग दीकिट गोल्ड
बीवीएससी की उपाधि सिल्वर मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
छात्र का नाम पदक
डा. आनन्द कुमार यादव सिल्वर
डॉ आशुतोष सचान सिल्वर
बीवीएससी की उपाधि ब्रान्ज मेडल में प्राप्त करने वाले सर्वश्रेष्ठ छात्र
वर्ष छात्र का नाम पदक
2019-20 डा.पारूल सिंह ब्रान्ज
2020-21 डॉ दीप्ती सिन्हा ब्रान्ज
डॉ सी एम सिंह पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम विभाग
2013 डॉ सुमित्रा टी जी पशुचिकित्सा जीवाणु विज्ञान
2014 डॉ हिमानी धान्जे पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2015 डॉ गोकुल दास पी.पी पशुचिकित्सा मादा रोग एवं प्रसूति विज्ञान
2016 डॉ सोनालिका महाजन पशुचिकित्सा विषाणु विज्ञान
2017 डॉ शफिया इम्तियाज रफीकी पशुचिकित्सा पारजैविकी विज्ञान
2018 डॉ जेस वर्गीस पशुचिकित्सा जन स्वास्थ्य
2019 डॉ अजित वाई पशुचिकित्सा औषधि
2020 डॉ धरनेशा एन के पशुचिकित्सा विकृति विज्ञान
डॉ डी आर उप्पल पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ प्रसन्ना वधाना ए
2017-18 डॉ निहार नलिनी मोहंती
2018-19 डॉ विशाल चंदर
2020-21 डॉ मैगेश्वरी आर
डॉ एस के तलपात्रा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ अंजू काला
2017-18 डॉ टोनी जोस
2018-19 डॉ. अश्विन के
2019-20 डॉ. मनोभवन एम
2020-21 डॉ. धर्मेश तिवारी
डॉ एस एस प्रभु पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ ओम प्रकाश
2017-18 डॉ अथे राजेंद्र प्रसाद
2018-19 डॉ नीरसा गोवर्धन सागर
2019-20 डॉ शालू कुमारी पाठक
2020-21 डॉ आकांशा सिंह
डॉ भगवत पण्डा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ. अनिल कुमार गिरि
2017-18 डॉ वैभव भगवान अवछत
2018-19 डॉ. ओम प्रकाश दीनानी
2019-20 डॉ गीता
2020-21 डॉ. बेउलाह पियरलिन वी
डॉ ऊषा रानी मेहरा पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ ललित कुमार मौर्य
2017-18 डॉ वेंकटेश्वरन के
2018-19 डॉ. वी मनोजकुमार
2019-20 डॉ आदर्श विजय
2020-21 डॉ सुभाष वी
डॉ जी बुचैया पुरस्कार वर्ष छात्र का नाम
2016-17 डॉ रंजीता एच.बी.
2017-18 डॉ मानस रंजन प्रहराज
2018-19 डॉ शांतनु कोडपे
2019-20 डॉ उजमा जबीन
2020-21 डॉ गुंटुरु नरसिम्हा तनुज
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार . पीएचडी वर्ष छात्रा का नाम
2021 डॉ प्रत्यक्षा पांडा
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार M.V.Sc वर्ष छात्रा का नाम
2021 डा. अमिथा बानु एस
उत्कृष्ट छात्रा पुरस्कार . वर्ष छात्रा का नाम
2021 डा. काजल भारद्वाज
उत्कृष्ट महिला वैज्ञानिक पुरस्कार
2021 डा. रूपसी तिवारी, प्रधान वैज्ञानिक
डा. सोहिनी डे, प्रधान वैज्ञानिक
प्रौद्योगिकियाँ प्रौद्योगिकी का नाम आविष्कारक का नाम
आईवीआरआई-ऑनलाइन पशु चिकित्सा क्लिनिक आईवीआरआईः डॉ त्रिवेणी दत्त, डॉ रूपसी तिवारी, डॉ अनुज चैहान, डॉ उज्जवल डे, डॉ बृजेश कुमार, सुश्री सुबिशा सी
भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थानः डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ सुदीप मारवाह, श्री संजीव कुमार, श्री समीर श्रीवास्तव, श्री केशव कांत
आईबीआर वैक्सीन डॉ. प्रवीण के. गुप्ता; सचिन एस. पवार; मोहिनी सैनी; बिकाश आर. प्रुस्टी और बी.पी. मिश्रा
जेई वैक्सीन डॉ बीना वी.; ममता पाठक; तरणी दास, के.के. रजक; जेड.बी. दुबल; आर के सिंह और जी. साईकुमार