Bareilly News : जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने श्लोक के माध्यम से वृक्ष की उपयोगिता बतायी।

22 जुलाई को होने वृक्षारोपण की तैयारियों की करी समीक्षा। पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक भी हुई सम्पन्न

जनपद की गौशालाओं में पौधारोपण करें और विषेशकर पाकड़, पीपल, बदगद की प्राजाति के पौधों को लगाया जाये : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर निकाय व नगर निगम निर्देश दिए कि कूडे़ का सेग्रीगेशन प्रत्येक दशा में किया जाये तथा सेग्रीगेशन के पश्चात कूडे़ के डिकम्पोस्ट भी किया जाये

बरेली, 17 जुलाई। जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में आज जिला वृक्षारोपण समित, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।

बैठक में जिलाधिकारी ने वृक्ष की महत्ता बताते हुए कहा कि मत्स्य पुराण के अनुसार ‘‘दशकूपसमा वापी दशवापीसमो हृदः। दशहृदसमः पुत्रो दशपुत्रसमो द्रुमः।। अर्थात ‘‘दस कुँए के बराबर होती है एक बावड़ी, दस बावड़ी के बराबर एक सरोवर, दस सरोवर के समान एक पुत्र और दस पुत्रों के बराबर एक वृक्ष का महत्त्व होता है।‘‘ अतः हमें वृक्ष की महत्ता को समझते हुए उनके संरक्षण के लिये प्रयास करने चाहिये।

जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी ने समस्त विभागों को आवंटित किये गये वृक्षारोपण लक्ष्य के सापेक्ष गड्ढा खुदान की प्रगति से समिति को अवगत कराया।

जिस पर जिलाधिकारी ने विभागवार पौधारोपण लक्ष्य व उसकी प्राप्ति हेतु की गई तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश कि समस्त विभाग शतप्रतिशत गड्ढा खुदान का कार्य पूर्ण कर लें तथा दिनांक 22 जुलाई व 15 अगस्त, 2023 को होने वाले पौधारोपण के लक्ष्यों की शतप्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करें तथा जीयोटैंग भी किया जाये।

जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि जनपद की गौशालाओं में पौधारोपण करें और विषेशकर पाकड़, पीपल, बदगद की प्राजाति के पौधों को लगाया जाये, जब तक आपका कार्यकाल है यहां समय-समय पर पेड़ों की देख रेख कर उनको जीवित रखने का प्रयास करें। उन्होंने पर्यावरण विभाग को निर्देश दिये कि पूर्व वर्ष में स्थापित किये गये वृक्षारोपण का निरीक्षण करें तथा उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि लीलौर झील में थीम वार पौधे लगाकर सौन्दर्यीकरण किया जाए और कुछ छाया दार वृक्ष भी लगाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि डीएफओ, एसडीएम, बीडीओ एवं डब्लूडब्लूएफ के द्वारा संयुक्त रूप से लीलौर झील के लिए योजना बनायी जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कम से कम एक-एक पौधारोपण अवश्य करें और 22 जुलाई को उत्सव के रूप में मनाये।

जिलाधिकारी ने कहा कि छात्र/छात्राओं को दो-दो पौधे गोद दिलवाये और वहीं बच्चे से अपने पौधों का संरक्षण करें। भले ही उसका क्लास बदल जाए। उन्होंने कहा कि पौधे पर बच्चों के नाम की तख्ती लगवाये, जिससे के बच्चे उस पौधे की देख भाल कर जीवित रखें और कभी स्कूल आये तो उन्हें उस पौधे को देखकर उत्साहित हो। उन्होंने बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि लीलौर झील के आस-पास के विद्यालयां के बच्चों को पौधौरापण कार्यक्रम में अवश्य सम्मिलित करें। उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा वहां पर एक खुली बैठक का आयोजन भी किया जाये, जिससे कि अधिक से अधिक संख्या में ग्रामीण पौधारोपण कार्यक्रम से जुड़ सके।

उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक ग्राम वन हेतु स्थल चयनित कर उसकी सूचना प्रभागीय वनाधिकारी को उपलब्ध करा दें। उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिये कि वह अपर जिलाधिकारी से सम्पर्क करते हुये भूमि का चिन्हांकन कर पौधारोपण की कार्यवाही सुनिश्चित करें, जिससे कि नोडल अधिकारी को क्षेत्र भ्रमण कराया जा सकें। उन्होंने भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल को दिनांक 20 जुलाई तक गडढ़ा खुदान करने हेतु निर्देषित किया गया ,जिससे कि दिनांक 22 जुलाई, 2023 को उनके स्तर से 20000 पौधो के लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत पौधारोपण किया जा सकें। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि अपनी-अपनी नहरों के किनारे अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण कराना सुनिश्चित करें।

जिला पर्यावरण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर निकाय व नगर निगम निर्देश दिए कि कूडे़ का सेग्रीगेशन प्रत्येक दशा में किया जाये तथा सेग्रीगेशन के पश्चात कूडे़ के डिकम्पोस्ट भी किया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि सेग्रीगेशन हेतु स्थानीय लोगों से संवाद करें तथा उन्हें सेग्रीगेशन के लिये जागरूक किया जाये और सेग्रीगेशन के पश्चात ठोस अपशिष्ट का अंतिम निस्तारण अवश्य सुनिश्चित किया जाये। बैठक में दिये गये निर्देशों के क्रम में मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है, जिसके द्वारा जिले चिकित्सालयों का निरीक्षण किया जा रहा। उन्होंने निर्देश दिए कि वायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण में कोई लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि समय-समय पर औचक निरीक्षण करते रहें। नगर निगम द्वारा निमार्णाधीन सथरापुर प्लांट की पर्यावरणीय क्लीयरेंस हेतु नगर आयुक्त को पत्र प्रेषित किया गया है। नगर निगम व जल निगम एस0टी0पी0 से नालों को शीघ्र टैप करने कार्यवाही पूर्ण कर लें।

जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिला गंगा प्लान शीघ्र प्रस्तुत किया जाये। डा0 आलम द्वारा जिला गंगा प्लान के ड्राफ्ट को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री जग प्रवेश, अपर जिलाधिकारी नगर डॉ0 आर0डी0 पाण्डेय, प्रभागीय वनाधिकारी श्री समीर कुमार, उप कृषि निदेशक, श्री दीदार सिंह, जिला उद्यान अधिकारी श्री पुनीत कुमार पाठक, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण बोर्ड, सेनानी आई.टी.बी.पी., नगर निगम व नगर पालिका /पंचायत के अधिशासी अधिकारी, पुलिस विभाग के अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, बरेली

ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन

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