Bareilly News : बरेली,मुसाफिरों और राहगीरों के लिये भी होती हैं इफ्तार की व्यवस्था
शहर की कई मस्जिदों हर रोज़ रहता हैं रोज़ेदारों के लिये खास इंतेज़ाम,रमज़ान के दिनों में आमतौर पर शहर की हर छोटी बड़ी मस्जिदों में इफ्तार होता हैं मगर शहर की कुछ ऐसी मस्जिदे है
जहां मुसाफिरों और राहगीरों के लिये भी रोज़ा इफ्तार का खास इंतेज़ाम रहता हैं इनमें जंक्शन की नूरी मस्जिद,हाथीखाना मस्जिद,रोड़वेज के पास नगर निगम की मकरनपुर सरकार मस्जिद,मोती मस्जिद,नोमहला मस्जिद,सिटी स्टेशन के पास सिटी वाली मस्जिद इज़्ज़तनगर स्टेशन डीआरएम ऑफिस के सामने मस्जिद,और सुभाषनगर पुरवा बब्बन खाँ की साबरी मस्जिद में भी इफ्तार का बंदोबस्त किया गया हैं,चौकी चौराहा मस्जिद जो आमतौर पर राहगीरों के लिये सबसे आसान रहती हैं इसके अलावा बॉसमण्डी की काशिफुल उलूम,सुनहरी मस्जिद,कुतुबखाना की रज़ा मस्जिद,नैनीताल रोड़ पर जानी की मस्जिद,एकता नगर की जिन्नों वाली मस्जिद,अशरफ खाँ मस्जिद,बड़ा बाजार की हरी मस्जिद आदि में भी बाहर से आने वाले व्यापारियों के लिये रोज़ा इफ्तार की व्यवस्था रहती हैं।
बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने कहा कि किसी भी रोज़ेदार को इफ़्तार कराना बड़ा सवाब का काम हैं,मस्जिदो में इफ्तारी इसीलिए हर रोज़ भेजी जाती हैं ताकि मुसाफिर और राहगीर आसानी के साथ इफ्तार कर सके।
दरगाह आला हज़रत के मौलाना मुश्ताक़ नृरी ने कहा कि माहे रमज़ान में एक नेकी करने पर 70 गुणा ज़्यादा सवाब मिलता हैं रोज़ा इफ्तार कराने से मोहब्बत में इज़ाफ़ा होता हैं।