Bareilly news : केंद्र सरकार की निजीकरण की नीति के खिलाफ खूब बरसे बैंक कर्मी
2 दिवसीय हड़ताल के पहले दिन आज बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली
,गगन भेदी नारेबाजी कर बैंको के निजीकरण के प्रयासों का विरोध किया गया. सुबह 10 बजे केनरा बैंक,पंजाब नेशनल बैंक यूनियन बैंक मुख्य शाखा, बैंक ऑफ बड़ौदा की मुख्य शाखा पर नारेबाजी कर उन्हें बन्द कराया गया. 11 बजते बजते सभी हडताली कर्मचारी सेंट्रल बैंक क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे जहां साथी ओ पी वडेरा की अध्यक्षता में प्रदर्शन सभा शुरू हुई. युनाटेड फोरम के संयोजक दिनेश सक्सेना ने शीत कालीन स्तर में सरकार द्वारा बैंकिंग ला संशोधन बिल लाने के वित्तमंत्री के प्रयासों को जनविरोधी और कर्मचारी विरोधी बताया. ग्रामीण बैंक अधिकारी संघ के सन्तोष तिवारी के कहा कि सरकार बैंको को पूंजीपतियों के हाथ मे देने जा रही है जो बेहद खतरनाक होगा क्योंकि बैंक राष्ट्रीयकर्ण से पहले पूंजीपतियों के हाथों में ही थे और यह लोग जमता की जमाओ को हड़प लेते थे और बैंक बन्द हो जाते थे स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन के नवींद्र कुमार ने सरकार की निजीकरण की नीतियों की भर्त्सना की औऱ बैंकों के वर्तमान स्वरूप को बनाये रखने की मांग की. ट्रेड यूनियन फेडरेशन की उप महामंत्री और बीमा कर्मचारी संघ की महामंत्री गीता शांत ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई का आव्हान किया और हड़ताल का समर्थन किया. रिटेरीज़ एसोसिएशन के गोपाल वर्मा,रेलवे के मुकेश सक्सेना, इंकलाबी मज़दूर केंद्र के ध्यान चन्द्र मोर्य,ट्रेड यूनियन फेडरेशन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने भी युनाटेड फोरम के बैनरतले बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया. हड़ताल प्रदर्शन को सर्व श्री बी डी सिंह,अनुराग,राहुल सिह,पी के माहेश्वरी, पुनीत टंडन,अरविन्द आनद चरण सिंह यादव,आशीष शुक्ल सतीश शर्मा,,अविनाश सुमन,,रंजन मोहले,आर बी खन्ना एस के सब्बरवाल शिखा रानी आदि ने सम्बोधित किया
बरेली से अमरजीत सिंह की रिपोर्ट !