Bareilly news : मांझा बनाने का सादा धागा 440 बाला 700 रुपये का मिल रहा है डीएम से की शिकायत
बरेली डॉक्टर बाबा अंबेडकर साहब जन कल्याण सेवा समिति के नेतृत्व में जिला अधिकारी को ज्ञापन दिया बताया मांझा कारोबार से जुड़े श्रमिक कारीगर लोग हैं ।
बरेली शहर में लगभग 60-70 हजार श्रमिक मांझा बनाने का कार्य करते हैं । यह कि दुकानदार समी रेती चौराहा थाना किला , आफताब महताब कुतुबखाना कोतवाली बरेली , साहिल सिटी स्टेशन थाना किला बरेली , शहादत बाकरगंज थाना किला बरेली राकेश स्टेट बैंक कालोनी थाना किला आदि माझां बनाने की सादी डोर 440 रुपये दर्जन कम्पनी से खरीदते हैं और हम लोगों को 700 से 800 रुपये दर्जन बेचते हैं और कहते हैं कि कम्पनी हमें महंगी डोर दे रही है । उपरोक्त दुकानदार हमें कम्पनी का बिल भी नहीं दिखाते हैं । इस प्रकार से उपरोक्त दुकानदार अवैध रूप से मोटा लाभ लेकर हम मांझा कारीगरो का शोषण व उत्पीड़न कर रहे हैं । इन लोगो में राकेश निवासी स्टेट बैंक कालोनी थाना किला मुख्य रूप से मांझा बनाने की डोर का एजेन्ट है । यह कि यदि मांझा बनाने की डोर के रेट पर शीघ्र नियन्त्रण नहीं किया गया तो हम 60-70 हजार श्रमिकों की भूखे मरने की नौबत आ जायेगी । हम मांझा कारीगरों को उपरोक्त दुकानदारों के शोषण से बचाया जाय और डोर के रेट पर नियन्त्रण किया जाय , यह देखा जाय कि दुकानदारों को कम्पनी में किस रेट से डोर प्राप्त हो रही है और वह हम श्रमिकों को किस रेट में डोर बेच रहे हैं । ज्ञापन के दौरान फुरकान साकिब , नासिर भारती , निजाम , रफी , मुन्ना रजा , आबिद हुसैन , आरफा नाज , तस्लीम आदि मौजूद रहे ।
बरेली से अशोक गुप्ता की रिपोर्ट !