बरेली : क्रियान्वयन के संदर्भ में आयुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में एक विस्तृत समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान बरेली मंडल में चारों जनपदों बरेली, बदायूं, पीलीभीत एवं शाहजहांपुर में आए निवेश प्रस्ताव पर अब तक हुए का क्रियान्वयन के संदर्भ में आयुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में एक विस्तृत समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न
आयुक्त ने निर्देशित किया कि सभी मंडल स्तरीय अधिकारी संयुक्त आयुक्त उद्योग से सूची प्राप्त कर मंडल के सभी जनपदों में आए निवेश प्रस्तावों के संदर्भ में अपने जनपद ही अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि निवेशक को किसी प्रकार की समस्या न हो
बरेली, 19 जून। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान बरेली मंडल में चारों जनपदों बरेली, बदायूं, पीलीभीत एवं शाहजहांपुर में आए निवेश प्रस्ताव पर अब तक हुए का क्रियान्वयन के संदर्भ में आयुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में आज कमिश्नरी सभागार में एक विस्तृत समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक के दौरान आयुक्त ने अब तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अलग-अलग जनपदों में आए प्रस्ताव के संदर्भ में विस्तृत समीक्षा की। समीक्षा में पाया कि बरेली जनपद में कुल 534 प्रस्ताव आए थे, जिसमें 306 प्रस्ताव एमएसएमई विभाग के थे अब तक 118 प्रस्ताव पारित हो चुके हैं जबकि 220 प्रस्ताव पाइपलाइन में आ चुके हैं।
संयुक्त आयुक्त उद्योग ऋषि रंजन गोयल ने बताया कि कुल 41 ऐसे निवेशक हैं, जिनको अलग-अलग विभागों से विभिन्न समस्याएं आ रही हैं इन समस्याओं में मुख्यतः बरेली विकास प्राधिकरण से मैप स्वीकृत कराने तहसील में दिए गए धारा 80 के आवेदन तथा निवेशकों के भूमि पर मिट्टी भरान की समस्या है।
इसके अतिरिक्त जनपद बदायूं से कुल 118 एममोयू हस्ताक्षरित हुए थे, जिनके साथ 198 निवेशकों के पास भूमि की उपलब्धता है जबकि 20 निवेशकों के पास भूमि उपलब्ध नहीं है।
इसमें से कुल 31 प्रस्ताव कियान्वित हो चुके हैं जबकि 30 प्रस्ताव पाइपलाइन में आ चुके हैं। बताया गया कि कुल 57 प्रस्ताव पर विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं। बदायूं जनपद की समीक्षा के दौरान आयुक्त द्वारा सूची देखकर अत्यंत नाराजगी व्यक्त की गई और श्रीमती जैस्मिन उपायुक्त उद्योग के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया गया क्योंकि उनके द्वारा लगभग सभी कारणों में बैंकों के लोन संबंधी समस्या दर्शाई गई थी।
आयुक्त ल द्वारा पूछे जाने पर अलग-अलग प्रस्ताव तथा विवरण के संदर्भ में श्रीमती जैस्मिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी। उन्होंने उन्हें कड़ी चेतावनी दी गई कि इस संदर्भ में अपनी कार्यवाही ठीक कर लें तथा जिलाधिकारी कहा कि ग्राउंडब्रेकिंग सेरिमनी के पूर्व निवेश से संबंधित प्रस्ताव की स्वयं के स्तर पर विभिन्न विभागीय अधिकारियों को बुलाकर अनुश्रवण करें तथा जिन विभागों से समस्या आ रही है उनका निस्तारण सुनिश्चित कराए।
संयुक्त उद्योग द्वारा बताया गया कि पीलीभीत में कुल 234 हस्ताक्षर हुए थे, जिनके सापेक्ष 195 में भूमि की उपलब्धता है जबकि 39 में भूमि की उपलब्धता नहीं है। वर्तमान में 21 प्रस्ताव के अमित हो चुके हैं जबकि 165 चुके हैं जबकि अलग-अलग विभागों से उपायुक्त पीलीभीत द्वारा समस्याएं बताई गई । इसके अतिरिक्त श्री अनुराग यादव उपायुक्त उद्योग शाहजहांपुर द्वारा बताया गया कि उनके जनपद में कुल 154 प्रस्ताव आए थे जिनमें से 90 प्रस्तावों पर अलग-अलग प्रकार की समस्याएं बताई गई।
इसमें आयुक्त ने निर्देशित किया कि सभी मंडल स्तरीय अधिकारी संयुक्त आयुक्त उद्योग से सूची प्राप्त कर मंडल के सभी जनपदों में आए निवेश प्रस्तावों के संदर्भ में अपने जनपद ही अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि निवेशक को किसी प्रकार की समस्या न हो। यदि किसी निवेशक को किसी विशेष विभाग से समस्या आ रही है तो उसे जिला अधिकारी अथवा आयुक्त के स्तर पर संज्ञान में लाते हुए उसका समाधान सुनिश्चित कराए।
संयुक्त आयुक्त उद्योग इस संदर्भ में एक फार्मेट बनाकर सभी मंडल स्तरीय अधिकारियों को इस आशय से उपलब्ध करा दें कि वह प्रति सप्ताह इसकी समीक्षा करें तथा इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न करें। सभी जनपदों के जिलाधिकारी अपने स्तर पर बैठकें आयोजित कर लें तथा निवेशकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करवाये।
बैठक में जिलाधिकारी बरेली श्री शिवाकान्त द्विवेदी, जिलाधिकारी पीलीभीत श्री प्रवीन कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी शाहजहांपुर श्री उमेश प्रताप सिंह, जिलाधिकारी बदायूं श्री मनोज कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार, मुख्य विकास अधिकारी बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं बदायूं सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, बरेली
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन