स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही की वजह से सवालों के कटघरे में खड़े हुए बरेली मुख्य चिकित्सा अधिकारी
बरेली : स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है चिकित्सा अधिकारी को (सीयूजी) मोबाइल नंबर अलाट नहीं किया गया है पोर्टल पर नम्बर अपडेट है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से जब फोन बरेली के चिकित्सा अधिकारी डॉ बलबीर सिंह को फोन किया गया तो नम्बर बंद मिला।
जनता को जब अधिकारी से बात करनी होती है तब वह पोर्टल से नम्बर निकाल कर उनके सीयूजी नंबर पर संपर्क करते हैं ऐसे में अगर नंबर बंद मिलता है तो जनता भी परेशान हो जाती है और अधिकारी को सवालों के कटघरे में खड़ा कर देती है जिसकी वजह से अधिकारी को अपना पर्सनल नम्बर सार्वजनिक करना पड़ता है।
जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के लिए सरकारी (सीयूजी) मोबाइल नंबर अलाट तो है लेकिन पिछले करीब एक दशक से यह नंबर आन ही नहीं हुआ है। इसका पता तब चला जब तीन दिन पहले मुख्यमंत्री कार्यालय से सीएमओ आफिस फोन किया तो नंबर स्विच आफ मिला। मुख्यमंत्री कार्यालय से इसे लापरवाही मानते हुए जवाब तलब किया गया। इस पर सीएमओ डा.बलवीर सिंह ने मुख्यमंत्री कार्यालय में दाखिल किए जवाब में बताया कि अभी तक उन्हें सीयूजी नंबर मिला ही नहीं है।
वर्तमान सीएमओ और पिछले तीन मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सीयूजी नंबर तक का पता नहीं था। दैनिक जागरण ने पिछले सीएमओ रहे डा.सुधीर गर्ग से सीयूजी सिम के बाबत पूछा तो उन्होंने इसकी जानकारी से इन्कार कर दिया। डा.विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि कई बार सीयूजी सिम के लिए शासन को चिट्ठी लिखी, लेकिन सिम नहीं मिला। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि निजी मोबाइल नंबर वितरित होने से पद से हटने के बावजूद लोगों के फोन आते रहते हैं। तब बताते हैं कि नंबर पर्सनल है। इससे लोगों को भी काफी परेशानी होती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के लिए सीयूजी सिम की व्यवस्था होने की जानकारी नहीं थी। पूर्व सीएमओ से भी कोई सीयूजी सिम नहीं मिला। मौखिक बातचीत में उन्होंने भी कार्यकाल के दौरान सीयूजी सिम न मिलने की बात कही। अधिकारियों व जनता के लिए निजी मोबाइल नंबर ही सार्वजनिक कर रखा है। – डा.बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बरेली