शिशु को मिली जान, मां के चेहरे पर लौटी मुस्कान
डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने के.डी. हास्पिटल के चिकित्सा कर्मियों का बढ़ाया हौसला
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के अथक प्रयासों के बाद एक पांच माह के शिशु ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग जीतने में सफलता हासिल की है। बच्चे को मिली नई जिन्दगी से मां के चेहरे पर जहां मुस्कान लौट आई वहीं परिजनों के भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बच्चे को मिली जिन्दगी पर दुखियारी मां ने कहा कि अब मैं जीवन भर के.डी. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर की आभारी रहूंगी। यह कहते कहते उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।
एक तरफ जहां मथुरा जनपद कोरोना संक्रमण के चलते परेशानी के दौर से गुजर रहा है वहीं दूसरी तरफ के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमितों की जिन्दगी बचा रहे हैं। रविवार को के.डी. हास्पिटल के चिकित्सकों डॉ. अभिलाषा स्मिथ, डॉ. नितिन जी. पुरिया, विभागाध्यक्ष पीडिया डॉ. राकेश बंसल, मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. सौरभ सिंघल, डॉ. शुभम द्विवेदी और कोविड इंचार्ज डॉ. गौरव सिंह के प्रयासों से एक पांच माह के कोरोना संक्रमित शिशु को जहां नई जिन्दगी मिली वहीं दो अन्य लोग भी स्वस्थ होकर अपने-अपने घरों को गए। कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग जीतने वाले लोगों ने के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ तथा प्रबंधन का आभार मानते हुए कहा कि यहां की आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाओं, अच्छी तरह से की गई देखभाल तथा हर पल बढ़ाए गए हौसले से ही उन्हें नई जिन्दगी मिली है।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि संकट के इस दौर में हमारे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने जो कर्तव्यनिष्ठा तथा साहस दिखाया है वह काबिलेतारीफ है। चेयरमैन मनोज अग्रवाल तथा डीन डॉ. रामकुमार अशोका ने चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के सेवाभावी कार्यों की प्रशंसा की। डॉ. अशोका ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ हमें न केवल हिम्मत से काम लेना है बल्कि निरंतर आधुनिक तकनीक की गहन जानकारी हासिल करते हुए संक्रमित मरीजों की सेवा करनी है।