अनियमित माहवारी में भूलकर भी न करें ये काम
अनियमित माहवारी गर्भधारण करने में समस्या करता है। लेकिन कुछ सावधानी बरतने के साथ अनियमित माहवारी के बावजूद भी महिलाए गर्भधारण कर सकती है। अनियमित माहवारी में महिलाओं को अपने अंडोत्सर्जन के लिए ज्यादा सर्तक रहना पड़ता है। महिलाओं को अपनी माहवारी का ट्रैक रखने के साथ संतुलित खानपान औऱ सप्लीमेंट लेना आवश्यक हो जाता है।
महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन नाम के 3 हार्मोन्स मौजूद होते हैं जब इन हार्मोंन्स में किसी तरह की कोई गड़बड़ी हो जाती हैं तो पीरियड्स के अनियमित होने की प्रॉब्लम होने लगती है। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से गुजर रहे हैं तो डाक्टर से परामर्श लें और बिना संकोच खुलकर अपनी परेशानी बताएं काम या किसी अन्य परेशानी से बने तनाव का असर सीधा एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन्स पर पड़ता है, जिससे रक्तस्त्राव में अनियमितता आती है।
बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी हॉर्मोनल संतुलन में बदलाव आता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन आपकी मासिक धर्म प्रक्रिया को सामान्य रखते हैं और जरूरत से ज्यादा व्यायाम से एस्ट्रोजन की संख्या में वृद्घि होती है, जिससे पीरियड्स रुक जाते हैं।
अनियमित माहवारी को नियमित करने के उपाय –
अनियमित मासिक धर्म के घरेलू उपचार के लिए बरगद के पेड़ की जड़ को ले। याद रहे के ये ताज़ा हो। 10 मिनट के लिए इसे एक कप पानी में उबाले। अब इस काढ़े में 2, 3 चम्मच गाय का दुध मिलाये और सोते समय नियमित रूप से ले। इस औषधि की मदद से आप काफी हद तक अपने मासिक धर्म को नियमित कर सकती है।
धनिये के बीजों को घी में भुन लें औरे इसमें पिसी हुई शक्कर मिला लें, इसे दिन में दो बार 10 – 10 ग्राम की मात्रा में लेने से मासिक धर्म का समय पर ना आना जैसी समस्याएँ दूर हो जाती हैं.
मासिक धर्म से संबंधित मुद्दों के इलाज के लिए अजमोद अभी तक की एक उपयोगी जड़ी बूटी है। यह उसी के लिए सबसे प्रभावी घरेलु इलाज माना जाता है। नियमित अंतराल वापस पाने के लिए अमजोद के रस का सेवन नियमित दवाई के रूप से करे।