दिल्ली कनॉट प्लेस के क़रीब अग्रसेन की बावली में मौजूद एक गुमनाम मस्ज़िद।
तुग़लक़ हुक़ूमत में खंडहर पड़ी राजा अग्रसेन की बावली की दोबारा तामीर की गई और बावली के ऊपरी हिस्से पर इस मस्ज़िद की भी तामीर की गई थी।
बाकी ऐतिहासिक मस्जिदों की तरह इसमें भी नमाज़ पढ़ने की इजाज़त नही है। हालांकि देखभाल ना होने की वजह से अब ये खंडहर भी हो चुकी है।
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !