अगर आपके बच्चे को भूख नहीं लगती तो जाइये सावधान
देखिये बच्चा अपने जन्म के पहले साल में तेजी से बढ़ता है लेकिन पहले साल के बाद उसके विकास की गति धीरे हो जाती है जिसके फलसवरूप उसकी भूख गिर जाती है और वो कम खाता है| यह एक सामान्य प्रॉब्लम है और समय के साथ अपने आप ठीक हो जाती है|लेकिन कुछ लोग आपके आसपास ऐसे भी होंगे जिनका पेट हमेशा भरा रहता है। दिन भर कुछ नहीं खाते, खाने बैठते हैं तो दो कौर खाने के बाद पेट भर जाता है। फिर चाहे उनका पसंदीदा व्यंजन ही क्यों न बना हो। लेकिन डॉक्टरों की मानें तो ऐसे बच्चे बीमार होते हैं। मेडिकल साइंस की माने तो ये कोई उपब्धि या विशेषता नहीं है बल्कि एक गंभीर बीमारी है।तनाव का बच्चे की भूख, स्वास्थ्य और विकास पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है जिसके फलसवरूप उसकी भूख मर जाती है| यदि आप देख रहे हैं की आपका बच्चा खाने में रूचि नहीं देखा रहा, गुमसुम है या फिर उससे सोने में बहुत दिक्कत हो रही है तो इसका अर्थ मानसिक तनाव भी हो सकता है| जयादा डांटना, बच्चे का स्कूल में नया नया जाना, बच्चे को प्यार न देना, माता पिता का बच्चे को दबाकर रखना आदि कुछ कारण है जो छोटे से बच्चे को तनाव और दुःख में डाल सकते हैं| यहाँ आपको जरुरत है की बच्चे के stress के मुख्य कारण को पहचाने और उसे दूर करने की कोशिश करें|
भूख को बढ़ाने उपाय:-
गेंहू के चोकर में सेंधा नमक और अजवायन मिलाकर रोटी बनाकर खाने से भूख तेज़ होती है |
एक सेब डेली खाने से डॉक्टर की जरूरत नहीं पड़ती, ये कहावत है, लेकिन सेब खाने से खून साफ़ होता है और भूख भी लगती है |
बच्चे को समय समय पर निम्बू पानी पीने के लिए देते रहे|
अनार और संतरे का juice रोजाना अपने baby को दें इससे baby का पाचन बढेगा और भूख भी|
अदरक के रस के एक चम्मच में आधा चम्मच निम्बू का रस मिला लें और अंत में थोडा सा सेंधा नामक मिलकर अपने बच्चे को दें| इससे भूख बढ़ेगी|
ajwain का पानी baby को देने से उसकी पेट सम्बन्धी सभी problems दूर होती है और भूख जागृत होती है|
छोटी इलाइची, सौंफ और जीरा को बराबर मात्रा में लेकर तवे पर भून लें| अब मिश्रण का पाउडर बना लें| इस मिश्रण की 3 चुटकी खाने के बाद अपने बाचे को दें| उसकी बदहजमी दूर होगी और वो जयादा खाने लगेगा|
बच्चे को समय समय पर फ्रूट और वेजिटेबल सलाद खिलते रहे ताकि उन्हें जरुरी पोषण मिल सके और उनमें विटामिन्स और minerals की कमी न हो|