PNB के बाद अब OBC बैंक के घोटाले का हुआ खुलासा, CBI ने शुरू की जांच,389 करोड़ का है फ्रॉड
नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विक्रम कोठारी के बाद CBI ने अब दिल्ली के एक हीरा व्यापारी के खिलाफ ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स(OBC) से 389.85 करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी करने का आरोप पर केस दर्ज किया है।
ये घटना हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर-32 के OBC बैंक के ब्रांच से यह फर्जीवाड़ा हुआ है। लिहाजा बैंक के एजीएम स्तर के अधिकारी ने इस मामले की जानकारी CBI को लिखित तौर पर दी और CBI ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बैंक द्वारा इस मामले की जानकारी पिछले साल16 अगस्त को दी गई थी।
इस फर्जीवाड़े की गंभीरता को देखते हुए CBI ने दिल्ली के ज्वैलर समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में बैंक से साल 2007 से लगातार फर्जीवाड़ा करके लोन लेने का आरोप भी है। बैंक को पैसे नहीं चुकाने के बावजूद मामले में लापरवाही दिखाई गई। दिलचस्प बात यह है कि बैंक ने 31 मार्च 2014 को कंपनी को NPA के लिस्ट में भी डाल दिया था, लेकिन उसके बाद भी कंपनी को करोड़ो का लोन दिया जाता रहा।
CBI ने द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ,कंपनी और उसके सभी डायरेक्टर्स सभ्य सेठ, रीटा सेठ, कृष्ण कुमार सिंह, रवि सिंह तथा एक अन्य कंपनी द्वारका दास सेठ के खिलाफ केस दर्ज किया है।
कंपनी ने 2007 से 2012 के दौरान ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स से कई तरह की क्रेडिट सुविधाएं लीं। इस दौरान यह क्रेडिट राशि 389 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। बैंक ने अपनी शिकायत में कहा है कि कंपनी सोना और अन्य बेशकीमती जवाहरात खरीदने को अन्य लेनदारों को भुगतान करने के लिए लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एलओसी) का इस्तेमाल कर रही थी तथा फर्जी लेनदेन के सहारे देश के बाहर सोना और धन भेज रही थी। CBI की FIR में भी यह बात दर्ज है। यह कंपनी अब मुखौटा कंपनियों के नाम पर भी व्यापारिक लेन-देन में लिप्त पाई गई है।