दिल्ली में राशन घोटाले के बाद ,चाय घोटाले का हुआ खुलासा
महाराष्ट्र और 10 महीने पहले बनी उत्तराखंड सरकार के बाद अब दिल्ली में भी चाय घोटाले का पर्दाफाश हो गया हैं। इस घोटाले का खुलासा RTI के जरिए हुआ है । केजरीवाल सरकार ने जहां राशन घोटाले की सारी जिम्मेदारी LG पर डाल दी है। तो वहीं अब दिल्ली सरकार का एक ओर घोटाला सामने आया है, चाय घोटाला। RTI रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने पिछले 3 सालों में चाय पानी पर 1 करोड़ 3 लाख 4 हजार 162 रुपये खर्च कर डाले हैं।
गौरतलब है कि सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत RTI एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया यह खुलासा किया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले 3 सालों में 56 हवाई दौरे किए जिनका खर्च 11.99 लाख रुपये आया।
RTI एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग किया, जबकि सरकार बनने से पहले उन्होंने जनता से वादा किया था कि वे जनता के साथ मिलकर काम करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. दिल्ली के मुख्यमंत्री जब 3 साल में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा चाय पानी पर खर्च कर सकते हैं तो आने वाले 2 सालों में और कितना खर्च बढ़ सकता है, इसका सहज ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
इससे पहले देश में कांग्रेस पार्टी ने पिछले महीने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में रोजाना 18,500 कप चाय की खपत है. मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने सूचना का अधिकार (RTI ) का हवाला देते हुए कहा कि पिछले तीन साल में सीएमओ में चाय की खपत पर खर्च में भारी वृद्धि हुई है. RTI से मिली जानकारी के अनुसार, 2017-18 में CMO में 3,34,64,904 रुपये की चाय पी गई, जबकि 2015-16 में करीब 58 लाख रुपया इस पर खर्च किया गया था।
यही नहीं , उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल के 10 महीने में सीएम दफ्तर में भी चाय और नमकीन पर 68 लाख रुपए खर्च किए गए।