आइसा- माले के लंबे संघर्ष के बाद खुला विश्वविद्यालय का मुख्य गेट, आइसा कार्यकर्ताओं ने निकाला विजय जुलूस नेतृत्व भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया।
डाॅ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय काई महीनों से बंद मुख्य गेट खोला समेत विवि में नियुक्तियों व विकास योजनाओं में हुई धांधली की जांच को लेकर निरंतर आंदोलन कर रहे आइसा- माले कार्यकर्ताओं का आंदोलन रंग लाया है।
आइसा – माले के निरंतर आंदोलन से बाध्य होकर बुधवार की सुबह विश्वविद्यालय का मुख्य गेट खोल दिया गया। गेट खुलने पर आइसा कार्यकर्ताओं ने एक- दूसरे को माला पहनाने के बाद विजय जुलूस निकाला। विजय जुलूस पूसा पोस्ट ऑफिस चौक से चलकर विवि मुख्य द्वार के समीप विश्वविद्यालय परिसर में अनशन पर बैठे रामसकल राय, सुनिता देवी को समर्थन देते हुए सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता आइसा प्रखंड अध्यक्ष रौशन कुमार ने की। आइसा- माले के लंबे संघर्ष के बाद बाध्य होकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय का मुख्य गेट खोला गया है। कहा कि शेष बची मांगो को आंदोलन जारी रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय में कार्यरत रामसकल राय, सुनिता देवी को बगैर किसी पूर्व सूचना के उन्हें कार्य से वंचित कर दिया गया है। जिसके कारण वे लोग अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठने को विवश हुए हैं। अगर इन्हें अविलंब वापस कार्य पर नहीं बुलाया गया तो अनशन कारियों के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
समसतीपुर से मोहम्मद सिराज की रिपोर्ट !