आखिर खुल ही गया काजोल का राज़
काजोल के पति अजय देवगन भी एक मशहूर अभिनेता हैं. काजोल भारतीय फिल्म सिनेमा की जानी-मानी अदाकारा हैं. काजोल कहती हैं कि उन्होंने तमिल भाषा या अन्य भाषाओं की फिल्में करने से तौबा इसलिए कर ली थी क्योंकि फिल्म सपने के दौरान काजोल को बहुत पढ़ाई करनी पड़ी थी। काजोल बताती हैं “मैं सपने के दौरान हर वक्त बस स्क्रिप्ट ही पढ़ती रह जाती थी। मुझे डायलॉग याद करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इतनी पढ़ाई तो मैंने दसवीें में नहीं की थी।
उनकी कजिन रानी मुख़र्जी भी इंडस्ट्री की क्वीन हैं. ये रिश्ते–नाते ही बताते हैं कि काजोल का पूरा परिवार ही फ़िल्मी है. लेकिन आज काजोल को लेकर एक ऐसी चौंकाने वाली बात सामने आई है जिसने इंडस्ट्री के साथ-साथ पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया है. यह बात कई सालों से काजोल सबसे छुपाते हुए आ रही थीं. लेकिन आज इस बात का खुलासा हो ही गया.
दरअसल, काजोल का सिलेक्शन ‘स्वच्छ आदत स्वच्छ भारत’ के एडवोकेसी एम्बेसडर के रूप में हुआ है. इतना नामी-गिरामी होने के बावजूद काजोल का परिवार एक सादा जीवन व्यतीत करने में यकीन रखता है. काजोल एक ज़मीन से जुड़ी हुई अदाकारा हैं. उनके लिए कोई भी काम छोटा-बड़ा नहीं है. वह घर के कामों को भी बखूबी करती हैं. वह एक अच्छी मां होने के साथ-साथ एक अच्छी हाउसवाइफ भी हैं. छोटी उम्र से ही काजोल को घर के कामों में हाथ बंटाना अच्छा लगता था. जब वह छोटी थीं तो नौकरानी के न आने पर घर की साफ़-सफाई खुद ही कर दिया करती थीं. अपना यही गुण उन्होंने अपने बच्चों में भी डाला है.