पदमविभूषण गोपाल दस “नीरज” की एक कविता “तुम सुन लेना” !
देश के विख्यात महान कवि गोपाल दास ‘नीरज’ द्वारा रचित कविता ‘तुम सुन लेना’ को बरेली की उभरती हुई कवयित्री कविता अरोरा ने अपनी सुरीली आवाज़ में रंग दिया है !
इससे पहले कविता अरोरा द्वारा रचित कविता ‘ एय मेरी नन्ही परी’ को विख्यात कवि ‘अशोक अंजुम’ की पत्रिका में स्थान मिल चुका है !
बरेली से मोहम्मद शीराज़ खान की रिपोर्ट !