5.50 लाख दीपो से जगमग होगी अयोध्या में सरयू किनारे राम की पेड़ी
बरेली। अयोध्या में सरयू नदी के तट पर राम की पेड़ी, नया घाट पर इस बार फिर चौथे दीपोत्सव कार्यक्रम में 5.5 लाख दीप जगमग होंगे ।
दीपोत्सव 11 से 13 नवम्बर 2020 तक होगा। कोविड 19 के चलते इसका दूरदर्शन पर प्रसारण भी होगा। वहीं वर्चुअल कार्यक्रम के तहत सोशल मीडिया पर देखा जा सकेगा। उधर राम मंदिर निर्माण के लिए 1200 पिलर बनाने की प्रक्रिया भी इसी माह में शुरू होगी।
अयोध्या के राममंदिर तो साढ़े 3 साल में बनाने का लक्ष्य है। इसी क्रम में अयोध्या को विश्व पटल धार्मिक पर्यटन के मद्देनजर ‘धूमकेतु’ की तरह अंकित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की सरकार जुटी है। मुख्यमंत्री योगी जी ने 2017 में अयोध्या में भव्य दीपोत्सव शुरू कराया था। इस बार चौथा दीपोत्सव 11 नवंबर से शुरू होगा। मुख्य कार्यक्रम 13 को होगा जिसमें सरयू तट पर 30 ब्लॉक बनकर 5.50 लाख दीप जगमग होंगे। राम मनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय की जिम्मेदारी में होने वाले दीपोत्सव में मंच के पास थ्रीडी पैटर्न पर चित्रण कर पुष्पक विमान उतारने का भी आभास होगा। गिनीज बुक रिकार्ड के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि दिए लगभग पोंन घंटे तक जगमग हो। दीपो को जगमग करने की व्यवस्था में 7 हजार वालंटियर्स विश्व विद्यालय लगाएगा। सरयू तट पर प्रवेश केवल पास धारको को ही मिलेगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निर्पेंनदर मिश्र ने भी परिसर का दौरा कर लार्सन टुब्रो कंपनी द्वारा निर्माणाधीन टेस्ट पिलर पर भार की टेस्टिंग प्रक्रिया की जानकारी चैन्नई एम रुड़की आई आई टी के भवन विशेषज्ञ से ली। जिसकी रिपोर्ट कि अभी प्रतीक्षा है। लार्सन कंपनी ने 1200 कंक्रीट पिलर के लिए 2 प्लांट भी मंदिर परिसर मे लगाए है। टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी भी अब मंदिर निर्माण में तकनीकी सहयोग कर सकती है। 2 दिन की बैठक में निर्माण समिति के प्रेसिडेंट निर्पेनदर मिश्रा एवम अधिकारी अब लार्सन कंपनी से निर्माणाधीन पिलर के एक हजार वर्ष तक सुरक्षित होने का अब आश्वासन भी चाहते है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नियास के ट्रस्टी अनिल कुमार मिश्र महामंत्री चम्पत राय के अनुसार ट्रस्ट के 2 खातों में अब तक लगभग पौने 5 करोड़ रुपयेका दान मिल चुका है। अब तांबे की पत्तियों को भी दान में लिया जाएगा। फिल्मी सितारों वाली 9 दिवसीय रामलीला मंचन का रावण वध के साथ गत दिवस समापन हुआ। राम मंदिर को हजारो साल तक की मजबूती एवम भव्य रूप देने के लिए विशेषग्य टीम लगी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या के दीपोत्सव को सरकारी कार्यक्रम का दर्जा दिया है। साथ ही ग्रीन एवम सोलर सिटी बनाने के लिए योजनाओ पर काम शुरू कर दिया है। यहां क्रूज पर सरयू आरती दिखाने की भी योजना पर काम चल रहा है। पिछले दिनों इसका प्रजेंटेशन भी यू पी के पर्यटन विभाग एवम सरकार के अधिकारियों के समक्ष किया गया। आज प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी जी ने गुजरात मे सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन करने के बाद ‘सी प्लेन’ को देश को समर्पित किया। उन्होंने गुजरात के केवडिया से अहमदाबाद तक 15 सीट बाले सी प्लेन में सफर भी किया। कहा जा रहा है कि सी प्लेन की इस योजना को धार्मिक पर्यटन से भी जोड़ा जा सकता है। आगामी वर्षो ।के हवाई सेवा भी जल्द शुरू होगी। गेल इंडिया लिमिटेड की इकाइयों की और से सी एन जी पंप लगाए जा रहे है। साथ ही घरों में पीएनजी गैस सप्लाई के लिए पाइप लाइन भी पड़ रही है। भारतीय रेलवे खानपान एवम पर्यटन निगम भी भगवान राम से जुड़े स्थलों के दर्शन करने को श्री रामपथ यात्रा के लिए विशेष ट्रेन 12 से 17 दिसंबर तक चलाने का 6 दिन 5 रात का पैकेज लाया है। *
निर्भय सक्सेना*