19-25 नवम्बर 2017 तक कौमी एकता सप्ताह मनाया जाएगा
साम्प्रदायिक सदभाव और राष्ट्रीय एकता और मिली जुली संस्कृति और राष्ट्रीय भावना पर गर्व करने के लिए पूरे देश में 19-25 नवम्बर 2017 तक कौमी एकता सप्ताह मनाया जाएगा। एक सप्ताह के कार्यक्रमों में निम्नलिखित कार्यक्रम शामिल हैं।
- 19, नवम्बर, 2017 को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाएगा और धर्मनिरपेक्षता सम्प्रदाय वाद विरोध और अहिंसा की थीम पर बैठकें और गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी।
- 20 नवम्बर, 2017 को अल्पसंख्यक कल्याण दिवस मनाया जाएगा और 15 सूत्रीय कार्यक्रम के विषयों पर बल दिया जाएगा। दंगा संभावित शहरों में विशेष सौहार्द जुलूस निकाले जाएंगे।
- 21 नवम्बर, 2017 को भाषाई सौहार्द दिवास मनाया जाएगा। इस अवसर पर देश के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों को दूसरे हिस्सों की भाषाई विरासत की जानकारी देने के लिए विशेष साक्षरता कार्यक्रम और कवि सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे।
- 22 नवम्बर, 2017 को कमजोर वर्ग दिवस मनाया जाएगा और अनुसूचितजाति अनुसूचितजनजाति तथा कमजोर वर्गों की सहायता के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं को बताने के लिए बैठकें और रेलियां आयोजित की जाएंगी, जिसमें भूमिहीन श्रमिकों को ज़मीन वितरण पर बल दिया जाएगा।
- 23 नवम्बर, 2017 को सांस्कृतिक एकता दिवस मनाया जाएगा और विधिवता में भारतीय परम्मपराओं की एकता दिखाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
- 24 नवम्बर, 2017 को महिला दिवस मनाया जाएगा। इस दिन भारतीय समाज़ में महिलाओं के महत्व और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका को बताया जाएगा।
- 25 नवम्बर, 2017 को संरक्षण दिवस मनाया जाएगा और उस दिन पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए अनेक बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
कौमी एकता सप्ताह मनाने से वास्तविक और संभावित खतरों से निबटने में देश की अन्तरनिहित दृढ़ता उज़ागर करने में सहायता मिलती है, अपने देश का धर्मनिरपेक्ष ताना बाना मजबूत होता है और सम्प्रदायिक सदभाव की भावना बढेगी। कौमी एकता सप्ताह सहिष्णुता सह अस्तित्व तथा भाईचारे के मूल्यों और सदियों पुरानी परम्पराओं के प्रति संकल्प व्यक्त करने का अवसर है।
सम्प्रदायिक सौहार्द के लिए गृह मंत्रालय के स्वशासी संगठन नेशनल फाउण्डेशन फॉर काम्युनल हॉरमोनी (एनएफसीएच) कौमी एकता सप्ताह के दौरान साम्प्रदायिक सौहार्द अभियान चलाता है और 25 नवम्बर को साम्प्रदायिक सौहार्द झंडा दिवस मनाता है। फाउण्डेशन साम्प्रदायिक सौहार्द को प्रोत्साहित करता है और राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाता है।