प्रेम चंद की 141वीं जयंती। प्रेम चंद आलेख प्रतियोगिता में सरिता प्रथम,इन्द्र देव द्वितीय तथा मुकेश तृतीय स्थान पर रहे।
बरेली। मानव सेवा क्लब द्वारा मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर विचार गोष्ठी और प्रेमचंद आलेख प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार को प्रभात नगर स्थित निरूपमा अग्रवाल के आवास पर हुआ। प्रतियोगिता में 10 प्रतियोगियों ने बहुत श्रेष्ठ और अच्छे अपने आलेख में प्रेमचंद को हर नजरिए से देखा। स्त्री सुधार इंटर कालेज की प्रधानाचार्या सरिता सक्सेना प्रथम, कवि इन्द्र देव त्रिवेदी द्वितीय तथा मुकेश सक्सेना और सी.ए. अनिल चौधरी ने तृतीय स्थान पर रहकर बाजी मारी कुछ प्रतिभागियों को विशेष पुरस्कार भी दिये गए जिसमें शकुन सक्सेना, मीरा मोहन, अनिल चौधरी, चित्रा जौहरी, कल्पना सक्सेना, गीतिका श्रीवास्तव हैं। विजयी प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह कार्यक्रम के अतिथियों प्रदान किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा विद प्रो.एन. एल. शर्मा ने कहा कि प्रेमचंद का साहित्य इतना विलक्षण और बड़ा साहित्य है कि वह किसी ज्ञान के समुद्र से कम नहीं है।अगर ऐसे में प्रेम चंद को साहित्य का सबसे बड़ा जादूगर कहें तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। मुख्यातिथि सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि प्रेमचंद एक विराट व्यक्तित्व के स्वामी, हिन्दी साहित्य जगत के युग प्रवर्तक एवं आधार स्तम्भ,जिन्हें संसार उपन्यास सम्राट एवं कथा सम्राट के नाम से जानता है, ऐसे महान कलम के धनी साहित्यकार मुंशी प्रेम चन्द को सौ-सौ बार नमन।
नवगीतकार रमेश गौतम ने कहा कि हिन्दी साहित्य को गौरव प्रदान करने तथा उसे अन्तर्राष्ट्रीय कथा साहित्य के समकक्ष लाने का श्रेय हम प्रेमचंद को ही है। कवि रोहित राकेश और महेश मधुकर ने कहा कि प्रेमचंद ने सन् 1921 में असहयोग आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के सरकारी नौकरी छोड़ने के आहवान पर नौकरी से त्याग पत्र देकर लेखन को ही अपना सर्वस्व बना लिया।साहित्यकार गिरिजा भारती को पंचम प्रेम चंद साहित्य सम्मान दिया गया। अपने सम्मान पर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए गिरिजा भारती ने कहा कि साहित्य के प्रति अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। गोष्ठी का कुशल संचालन सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया।प्रमुख रूप से एस.के.कपूर,सतीश शर्मा,सत्येन्द्र सक्सेना,सुधीर मोहन, सत्यवती सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे। सभी का आभार वेदप्रकाश सक्सेना और निरूपमा अग्रवाल ने व्यक्त किया।
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !