जिनका दुनिया में है नाम, वो बेटियां देश में हैं गुमनाम
लेह को कायनात ने बला की खूबसूरती के नैसर्गिक खजाने से लबरेज किया है, लेकिन लेह इन दिनों आइस हॉकी को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है। लेह में लड़कियों ने आइस हॉकी टीम तैयार की है, जो बर्फीली वादियों में शोहरत बटोर रही है। लेह की इस आइस हॉकी टीम में 25 लड़कियां है, जिनकी उम्र 15 से 30 के बीच की है। यह लड़कियां दो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग ले चुकी है,लेकिन भारत अभी भी इनके जलवे से अनजान है।
आर्थिक दिक्कतों, पुराने संसाधनों और परिवार के दबाव के बावजूद इन लड़कियों ने हिम्मत नहीं हारी और कनाडा के चार बार के ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हेयले और कनाडा के हॉकी प्लेयर एन्ड्रू फ्रेंस से आइस हॉकी की बारीकियां सीखी। इन लड़कियों के बुलंद हौंसलों पर दो कनाडा और एक इंडिया के फिल्ममेकर डाक्यूमेंट्री बना रहे हैं।
अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलते हुए इन्होने कुछ मैचों में जीत भी हासिल की है। पहले अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट में टीम की गोलकीपर नूरजहां ने बेस्ट खिलाड़ी का अवार्ड जीता, हालांकि टीम सिर्फ दो मैच ही जीत सकी थी।अपने शुरूआती दिनों की याद कर वो कहती हैं कि एक समय उन्होने अपने हाथों से हॉकी रिंग को तैयार किया था, जबकि आज उनको नामी प्लेयर विकेन्हेयसर ट्रेनिंग दे रहे हैं, लेकिन अभी मंजिल के लिए लंबा रास्ता तय करना है।