राजाजीपुरम क्षेत्र में चालक-मालिक साथियो की मीटिंग को सम्बोधित करते हुए महामंत्री मो॰ जावेद खाॅन
इन्डिपेन्डेन्ट ऐप बेस्ड, कैब ऐडड्राइवर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश रजि॰ मीटिंग का उद्देश्य चालक समाज को एक जुट करना और उनकी बढ़ती समस्याओ पर शासन और प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास जैसे : चालको की सुरक्षा और स्वास्थ्य, ऑनलाइन ऐप आधारित एग्रीगेटर्स और कम्पनी द्वारा शोषण, कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन के पूर्ण समर्थन और सहयोग के बाद करीब 6 महीने बिल्कुल भी कोई काम न करने की स्थिति में सरकार द्वारा कोई भी सहयोग या सहायता चालक-मालिक को नही मिली, उल्टा सरकार द्वारा लॉकडाउन अवधि का रोडटैक्स वसूली करना, गाड़ी के कागजात पूरे ना होने पर RTO द्वारा गाड़ियों का चालान करना और गाड़ी जबरन बंद करना,
जब सरकार के आदेशानुसार गाड़ी मालिक और चालक ने अपनी कामर्शियल गाड़ी से कुछ कमाई की नही, तो वह अपने गाड़ी के किश्त, कागजात इंश्योरेंस, रोडटैक्स कैसे भर पाएंगे। कोरोना महामारी काल में जहाँ सब कारोबार प्रभावित हुए वही कमर्शियल टैक्सी का व्यवसाय भी गंभीर स्थिति को पहुँच गया है, अभी भी स्कूल-कॉलेज, सिनेमा, टूरिज्म बंद है, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर भी यात्री कम है, कोरोना महामारी से भयभीत लोग सार्वजनिक स्थानो पर अनावश्यक रूप से नही जा रहे, और हमारी कमर्शियल गाड़िया भी सार्वजनिक ही है तो स्वाभाविक रूप से जो सवारी करते थे वो भी गाड़ी कम इस्तेमाल कर रहे है औसतन जो कमाई कोरोना से पहले 14 से 15 घंटे तक 1200/- से 1500/- थी वो अभी मात्र 400/- 500/- रह गई है जिससे गाड़ी का इंधन (CNG+पेट्रोल) के बाद घर खर्च निकलना मुश्किल है और परिवार का पालन-पोषण मुमकिन नही। हम सभी चालक-मालिक आशा करते है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमारी परेशानी को समझेगी और कुछ निर्णय हमारे हित के लिए लेगी।
लखनऊ से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट !